श्रीनगर: पीएजीडी ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव राज्य का दर्जा बहाल होने के बाद ही कराए जाने चाहिए। पीएजीडी ने एक बयान में कहा कि गठबंधन के सदस्यों ने बीती शाम नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में श्रीनगर में उनके आवास पर मुलाकात की।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, माकपा नेता एम.वाई. तारिगामी, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी, जावेद मुस्तफा मीर और मुजफ्फर अहमद शाह को 24 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हाल ही में हुई बैठक पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था।
पीएजीडी ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर के लोगों पर थोपे गए असंवैधानिक और अस्वीकार्य परिवर्तनों से लडऩे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पीएजीडी के सभी सदस्यों ने दिल्ली की बैठक के परिणाम पर निराशा व्यक्त की। विशेष रूप से राजनीतिक और अन्य कैदियों को जेलों से रिहा करने जैसे किसी भी महत्वपूर्ण विश्वास निर्माण उपायों की अनुपस्थिति पर निराशा जताई गई।
जहां तक राज्य का दर्जा बहाल करने का सवाल है, यह संसद के पटल पर भाजपा की प्रतिबद्धता रही है और उन्हें अपने वचन का सम्मान करना चाहिए। इसलिए कोई भी विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य की बहाली के बाद ही होना चाहिए।