दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में गरीबी कम करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इन प्रयासों में और अधिक तेजी लाने के लिए गढ़बो नवा दंतेवाड़ा (पूना माड़ाकाल) के 2 वर्ष की कार्ययोजना का अनुमोदन किया।
उन्होंने इस मौके पर जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि जिला दंतेवाड़ा में गरीबी रेखा का प्रतिशत वर्ष 2024 तक राष्ट्रीय औसत के बराबर लाने का लक्ष्य रखा गया है।
लखमा ने कहा कि किसानों को खाद-बीज की समस्या नहीं होने चाहिए। सभी समितियों में खाद-बीज का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए। उन्होंने कहा कि चालू तेंदूपत्ता सीजन में तेंदूपत्ता की खरीदी और संग्रहण कार्य के साथ-साथ वनोपज संग्रहण के कार्यों को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, नरवा के तहत किए जा रहे कार्य के साथ ही गौठानों में संचालित रोजगारमूलक गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
लखमा ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को बेहतर होने चाहिए साथ ही समय सीमा में कार्य पूर्ण कराया जाए। पेयजल या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाना चाहिए।
प्रभारी मंत्री ने जिले में कच्चे आम से अमचूर पाउडर निर्माण एवं उसका वैल्यू एडिशन करने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्य से जुड़ी महिलाओं को अब पर्याप्त आमदनी होगी। हाल ही में इन महिलाओं द्वारा तैयार किए गए अमचूर 70 रुपए प्रति किलो की जगह 600 रुपए प्रति किलो की दर से अन्य प्रदेशों को भेजा गया है।
उन्होंने पूना माड़ाकाल दंतेवाड़ा के गारमेन्ट फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे उत्पादों और उनसे जुड़ी महिलाओं की प्रशंसा की और कहा कि उनके द्वारा तैयार रेडीमेड गारमेंट तथा अन्य उत्पादों की विभिन्न प्रदेशों से अच्छी मांग आ रही है।