जम्मू वायु सेना स्टेशन हमले का मामला गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा दिया है। इस हमले में जम्मू एयरबेस को निशाना बनाया गया था, ड्रोन के माध्यम से दो विस्फोटक अंदर भेजे गए थे, जिसकी वजह से धमाका हुआ था।
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार देर रात दो धमाके हुए थे। वायुसेना के मुताबिक, दोनों ही धमाकों की इंटेसिटी बहुत कम थी और पहला धमाका छत पर हुआ, इसलिए छत को नुकसान पहुंचा था, जबकि दूसरा धमाका खुली जगह पर हुआ था। धमाके में दो जवानों को भी मामूली चोटें आई थीं।
इसके बाद सोमवार को भी आतंकियों ने ड्रोन के जरिए सैन्य ठिकाने को निशाना बनाने की कोशिश की थी। जम्मू में एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन हमले के बाद आतंकियों ने अब मिलिट्री स्टेशन पर भी हमला करने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक, जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन पर तड़के 3 बजे एक ड्रोन देखा गया था हालांकि, सेना अलर्ट पर थी और ड्रोन दिखते ही सेना ने उस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग के बाद ड्रोन गायब हो गया। फिलहाल सेना सर्च ऑपरेशन चलाकर ड्रोन की तलाश कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि सैन्य स्टेशन के बाहर के पूरे इलाके की तुरंत घेराबंदी कर दी गई और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। फिलहाल अभी तक जमीन पर कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।