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मैंने और मेरी मां ने दोनों डोज लगवा लिए, आप भी लगवाएं वैक्सीन : प्रधानमंत्री, मन की बात में पीएम मोदी ने किया अफवाहों पर वार

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 27 अप्रैल को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 78वें एपिसोड के माध्यम से देश को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने महान एथलीट दिवंगत मिल्खा सिंह को याद करते हुए उनके साथ बिताए अपने समय को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जैसे लिजेंण्ड एथलीट को कौन भूल सकता है।

कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया। वो खेल को लेकर इतना समर्पित और भावुक थे कि बीमारी में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी लेकिन, दुर्भाग्य से नियति को कुछ और मंजूर था। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था। बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था।

मैंने कहा था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए इस बार, जब हमारे खिलाड़ी, ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं, तो आपको हमारे एथलिट्स का मनोबल बढ़ाना है, उन्हें अपने संदेश से प्रेरित करना है।

इस दौरान उन्होंने कोरोना महामारी पर चर्चा की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने वैक्सीन से जुड़े कई मुद्दों पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने हाल ही में एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड की चर्चा की और मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के निवासी एक ग्रामीण से बात की और वैक्सीनेशन को लेकर पूछा।

ग्रामीण के टीका न लगवाने की बात सुन पीएम मोदी ने कहा कि मैं और मेरी माता ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं। आप भी वैक्सीन लगवाएं। पीएम मोदी ने कहा कि यदि कोई ये कह रहा कि कोरोना चला गया तो भ्रम में मत रहिए। ये बहुरुपिया बीमारी है।

पीएम मोदी ने कहा कि इससे बचाव के दो रास्ते हैं। एक वैक्सीन लगवाएं और दूसरा मास्क लगाएं और अन्य प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्होंने ग्रामीणों से बात करते हुए सभी से यह कहने की अपील किया कि जब भी आपका नंबर आए, वैक्सीन जरूर लगवाएं।

पीएम ने गांव में चरंटीन सेंटर बनाए जाने, अन्य प्रोटोकॉल बनाने का जिक्र करते हुए गांवों की सराहना की और कहा कि गांव के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन लग जाए। हमें सुस्त नहीं पडऩा है। किसी भ्रांति में नहीं रहना है।

पीएम मोदी ने जल संरक्षण की चर्चा की और उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के शिक्षक भारती की चर्चा करते हुए उनकी तारीफ की। पीएम ने कहा कि गांव के खेतों में मेड़ बनाए और इससे पानी बचा। हमें इनसे प्रेरणा लेकर पानी बचाना चाहिए। मॉनसून के इस मौसम में हमें पानी को बर्बाद नहीं होने देना चाहिए। पीएम ने आयुर्वेद की भी चर्चा की।

पीएम ने उत्तराखंड के पारितोष के गिलोय को लेकर पत्र और मध्य प्रदेश के राम लोटन कुशवाहा की चर्चा की और कहा कि स्थानीय वनष्पतियों के माध्यम से आपके क्षेत्र की पहचान भी बढ़ेगी और आय का नया स्रोत भी मिलेगा।

पीएम मोदी ने 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे की चर्चा करते हुए पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय को याद किया। पीएम मोदी ने डॉक्टर्स की सेवा की सराहना करते हुए कहा कि कुछ लोग हैं जो डॉक्टर्स की मदद के लिए भी काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने गुरुप्रसाद महापात्रा को भी याद किया और कहा कि वे कोरोना संक्रमण के दौरान भी वे खुद की परवाह किए बिना कई मोर्चों पर लड़ते रहे।

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के कारण जान गंवाने वाले हर व्यक्ति को श्रद्धांजलि होगी कि हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें और वैक्सीन जरूर लगवाएं।

पीएम मोदी ने गुरुप्रसाद का पत्र पढ़ा जो तमिलनाडु के लिए उनकी ओर से कही गई बातों को लेकर तैयार की गई ई-बुक को लेकर था। पीएम ने खुद को तमिल संस्कृति का बड़ा प्रशंसक बताया और कहा कि गुरुप्रसाद की इस ई बुक को नमो एप पर अपलोड करूंगा। पीएम मोदी ने इंडिया फर्स्ट का मंत्र दिया और कहा कि हमारे हर फैसले का यही आधार होना चाहिए।

पीएम मोदी ने युवा लेखकों की तारीफ करते हुए कहा कि 20वीं और 21वीं सदी में जन्में युवा भी 19वीं सदी के स्वतंत्रता संग्राम को लेकर जानकारी जुटा रहे हैं, लिख रहे हैं। पीएम ने अमृत महोत्सव से जुडऩे की भी देशवासियों से अपील की।

मन की बात कार्यक्रम को सीधे प्रसारण के माध्यम से आकाशवाणी, दूरदर्शन समाचार, प्रधानमंत्री कार्यालय और सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय के यू-ट्यूब चैनलों पर भी देखा और सुना जा सकेगा। हिंदी प्रसारण के तुरंत बाद आकाशवाणी से इसे क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को क्षेत्रीय भाषाओं में रात आठ बजे फिर से सुना जा सकता है।