नारायणपुर । जिला बल, छसबल, एसटीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ से लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस से चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के कारण नक्सलियों पर बढ़ते दबाव और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी संगठन को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में सम्मिलित होने 3 नक्सली सदस्यों ने 26 जून को एसपी कार्यालय में हथियार आत्म समर्पण किया।
टोकड़ी उर्फ मंगली मण्डावी उम्र 21 वर्ष जाति माड़िया निवासी हितुल थाना ओरछा जिला नारायणपुर (सीसीएम देवजी उर्फ कुम्मा की कुक सदस्य) :- आदेर जनताना सरकार अध्यक्ष पण्डरू ने वर्ष 2013-14 में मंगली को आदेर पंचायत मिलिषिया सदस्य के रूप में संगठन में शामिल किया। वर्ष 2017 में ओरछा एलओएस कमाण्डर दीपक ने आदेर एलओएस सदस्य के रूप में भर्ती किया, जिसमें 4 महिना कार्य करने के पश्चात दीपक ने इसे सीसीएम देवजी उर्फ कुम्मा के पास छोड़ दिया।
वर्ष 2018 में सीसीएम देवजी उर्फ कुम्मा ने इसे पार्टी सदस्य बनाकर 303 हथियार दिया। सीसीएम देवजी उर्फ कुम्मा के साथ रहकर उसके लिए खाना बनाना, उसके कपड़े धोना, संतरी ड्यूटी करना जैसे कार्य करती थी। तब से सीसीएम देवजी उर्फ कुम्मा के साथ नक्सली संगठन में सक्रिय रूप से कार्य कर रही थी। नक्सली संगठन की विचारधारा से मोह भंग होने, चलने फिरने में परेषानी होने और पैरों में सूजन होने की बीमारी होने के कारण संगठन छोड़ने का विचार किया। नक्सली संगठन छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने नारायणपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण की है।
लच्छु बेंजामी पिता स्व. गडरू बेंजामी उम्र 48 वर्ष, जाति माड़िया, निवासी आदवाड़ा थाना जांगला जिला बीजापुर
इदेर जनताना सरकार सदस्य
वर्ष 2010-11 में नक्सली कमाण्डर मनोज, रमेश और आदवाड़ा पंचायत इदेर जनताना सरकार अध्यक्ष सुखराम परसा ने इसे आदवाड़ा पंचायत इदेर जनताना सरकार सदस्य के रूप में शामिल किया तब से नक्सली संगठन के जनताना सरकार में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था।
सीताराम फरसा पिता आयतु परसा, उम्र 25 वर्ष, जाति मुरिया, निवासी आदवाड़ा, थाना जांगला जिला बीजापुर इदेर
पंचायत जनताना सरकार सदस्य
वर्ष 2015-16 में नक्सली कमाण्डर मनोज, रमेश और आदवाड़ा पंचायत इदेर जनताना सरकार अध्यक्ष सुखराम परसा ने इसे आदवाड़ा पंचायत इदेर जनताना सरकार सदस्य के रूप में शामिल किया तब से नक्सली संगठन के जनताना सरकार में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था।
आत्मसर्पित नक्सली लच्छु बेंजामी एवं सीताराम परसा संगठन में कार्य करने के दौरान नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, गांव मे अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ व उनकी निगरानी करना, नक्सली साहित्य और पोस्टर पाम्पलेट चिपकाना, ग्रामीणो को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने की सूचना देना, बाजारो से दैनिक उपयोग की सामग्री खरीद कर नक्सलियों तक पहुंचाना, नक्सलियोें के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना, क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, नक्सलियो के अस्थायी कैम्प मे संतरी डियूटी करना, गांव के चारो ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्य कर संगठन में सक्रिय कार्य कर रहे थे। नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर सामान्य जीवन यापन करने मोहित गर्ग, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के समक्ष आत्मसमर्पण किए है।