पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोपी भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बुधवार देर रात हिरासत में ले लिया गया है. कुछ दिन पहले उसके लापता होने की खबरें आई थीं.
एंटीगा मीडिया के हवाले से पता चला है कि डोमिनिका में CID ने उसे हिरासत में ले लिया है. तीन दिन पहले एंटीगा शेल्टर से गायब होने के बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी.
मेहुल चोकसी को भारत में प्रत्यर्पण का डर सता रहा था. इस वजह से वह क्यूबा भागने की फिराक में था. मगर उससे पहले ही धर दबोचा गया है. एंटीगा के पीएमओ ने कहा कि हमने डोमिनिक सरकार से चोकुसी को हिरासत में लेने को कहा था क्योंकि वह अवैध तरीके से देश में प्रवेश कर रहा था. उसे सीधे भारत को प्रत्यर्पित किया जाएगा.
PNB घोटाले का आरोपी
मेहुल चोकसी पर अपने भांजे नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. इन दोनों ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये का घपला किया था. दोनों के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है. मेहुल चोकसी एंटीगा में था जबकि नीरव मोदी इस समय लंदन की एक जेल में है. उसके भी प्रत्यर्पण की कोशिशें जारी हैं.
कैरेबियाई देश की नागरिकता ले चुका है चोकसी
मेहुल चोकसी के पास कैरेबियाई देश की नागरिकता भी है. भारत से भागने के बाद वह एंटीगा आ गया था. हालांकि निवेश कार्यक्रम के तहत मिली नागरिकता को मार्च महीने में रद्द करने की खबरें भी आई थीं. मगर मेहुल चोकसी के वकील ने इसे खारिज किया था.
एंटीगा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने भी चेताया था कि अगर वह देश छोड़कर भागता है, तो उसकी नागरिकता को रद्द कर दिया जाएगा. हालांकि यह कहा गया था कि अगर वह देश छोड़कर भागा होता तो नाव से जाता क्योंकि फ्लाइट की जानकारी में उनका नाम नहीं मिला था.
भारत का सहयोग कर रही एंटीगा सरकार
एंटीगा और बारबुडा की सरकार इस मामले में भारत का सहयोग कर रही है. चोकसी के लापता होने के बाद से ही पुलिस की ओर से बयान जारी किया था, जिसे बाद में इंटरपोल के साथ भी साझा किया गया था. चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था. भारत में प्रवर्तन निदेशालय (ED) मेहुल चोकसी की 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर चुकी है.