नई दिल्ली. देश में कोरोना के मामलों के कारण सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 14 अप्रैल 2021 को पीएम मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने रमेश पोखरियाल निशंक की एक अहम बैठक हुई, जिसमें सीबीएसई के अधिकारी भी मौजूद रहें. बैठक में 10वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने और 12वीं की परीक्षा को टालने का फैसला किया गया.
10वीं परीक्षा में इस तरह से पास होंगे विद्यार्थी
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि 4 मई 2021 से 14 जून 2021 तक आयोजित होने वाली 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. 10वीं कक्षा के नतीजे बोर्ड द्वारा तैयार किए जाएंगे. 10वीं का रिजल्ट ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया (इंटरनल असेसमेंट) के आधार पर तैयार किए जाएंगे.
अगर कोई विद्यार्थी अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होता है, तो परीक्षा कराने की अनुकूल स्थिति में उसे परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा. बता दें कि 10वीं की परीक्षा में 18 लाख विद्यार्थी और 12वीं की परीक्षा में 12 लाख विद्यार्थी शामिल होते.
इन्होंने की थी परीक्षा रद्द करने की मांग
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के बाद अब राहुल गांधी ने भी सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर चिंता जताई है. इसके अलावा महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख, तमिलनाडु में पीएमके के संस्थापक एस रामदास, बॉलिवुड अभिनेता सोनू सूद और रवीना टंडन ने भी बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने और बिना परीक्षा के स्टूडेंट्स को अगली कक्षाओं में प्रमोट करने की मांग की है. रवीना टंडन ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि ये समय तनावपूर्ण है और बच्चों का इस समय में परीक्षा देना जोखिम भरा हो सकता है.