नई दिल्ली: हाल ही भारत और इंग्लैंड के बीच हुए टेस्ट, वनडे और टी20 मैचों की सीरीज में अंपायरों के फैसले को लेकर जमकर बवाल हुआ था। आईसीसी ने इन मुद्दों पर चर्चा के लिए क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट कमेटी की बैठक बुलाई थी। बैठक में अलग-अलग कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि अंपायर का फैसला ही अंतिम माना जाएगा।
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बैठक के बाद टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने बताया कि अंपायर्स कॉल पर क्रिकेट कमेटी में अच्छी चर्चा हुई।इसमें ये नतीजा निकला कि डीआरएस का मतलब बड़ी गलतियों को सही करना है और मैदान पर अंपायर के फैसले लेने को सर्वोपरि रखा गया है। इसलिए अंपायर कॉल का बरकरार रहना अहम है।
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बैठक के दौरान तीन नियमों में बदलाव किए जाने का फैसला लिया गया है। बताया गया कि डीआरएस और तीसरे अंपायर के नियमों में तीन बड़े बदलाव किए गए हैं। डीआरएस में बड़ा बदलाव ये हुआ है कि अब विकेट जोन की ऊंचाई को बढ़ाकर स्टंप के ऊपर तक कर दिया गया है।
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इस फैसले के बाद अब अपायर कॉल विकेट की ऊंचाई और चौड़ाई दोनों में एक समान रहेगी। वहीं, दूसरा बड़ा बदलाव ये है कि एलबीडब्ल्यू को लेकर गेंदबाज या अन्य खिलाड़ी अंपायर से पूछ सकेंगे कि बल्लेबाज ने गेंद को खेलने की सही कोशिश की थी या नहीं? साथ ही तीसरे अंपायर को आईसीसी ने एक और नई ताकत दी है. तीसरा अंपायर अब शॉर्ट रन के फैसले को रीप्ले में जांचेगा।