डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति कोरोना संक्रमित हो गए हैं, पर विश्वविद्यालय प्रशासन अभी भी सचेत नहीं हुआ है। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच विश्वविद्यालय में छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों द्वारा बरती जा रही हैं उसके बाद विश्वविद्यालय में नो मास्क, नो एंट्री व्यवस्था लागू की गई थी, लेकिन इस पर गंभीरता से पालन नहीं हो रहा।
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कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव को निर्देश दिए थे कि वे विश्वविद्यालय के सभी गेटों पर खड़े सुरक्षाकर्मियों को निर्देशित कर दें कि बिना मास्क के आने वाले छात्रों को परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाए।
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हेल्प डेस्क पर भी सख्ती बरती जाए। इसके साथ ही हर कर्मचारी को मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने के निर्देश जारी किए गए। कर्मचारियों की मांग पर सैनिटाइजर की व्यवस्था कर दी गई। हर कर्मचारी की मेज पर सैनिटाइजर की बोतल रखने के भी निर्देश दिए गए।
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बुधवार को विश्वविद्यालय में कई अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। कई छात्र, शिक्षक और कर्मचारी बिना मास्क के घूम रहे थे। विश्वविद्यालय के तीनों गेटों पर रखी सैनिटाइजर टनल खराब थीं। कर्मचारियों की मेजों पर सैनिटाइजर की बोतलें भी नहीं दिखीं। इस बारे में चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि टनल ठीक कराई जाएंगी। शारीरिक दूरी का पालन भी कराया जाएगा। बिना मास्क के छात्रों को परिसर में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ये बातें सिर्फ हवा-हवाई साबित हो रही हैं। सख्ती नहीं बरती जा रही है।