नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 मार्च 2021 को 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच `मैत्री सेतु` का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। `मैत्री सेतु` पुल फेनी नदी पर बनाया गया है। ये नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है। `मैत्री सेतु` नाम भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते द्विपक्षीय और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है। इस पुल का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड ने 133 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। 1.9 किलोमीटर लंबा पुल भारत के सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है।
यह भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और लोगों की आवाजाही में एक नया अग्रदूत बनने के लिए तैयार है। इस उद्घाटन के साथ, त्रिपुरा `गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट` बन जाएगा क्योंकि सबरूम से चटगांव की दूरी मात्र 80 किलोमीटर है। प्रधानमंत्री मोदी सबरूम में एकीकृत जांच चौकी स्थापित करने के लिए आधारशिला भी रखेंगे। यह दोनों देशों के बीच माल और यात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने में मदद करेगा, पूर्वोत्तर राज्यों के उत्पादों के लिए नए बाजार के अवसर प्रदान करेगा और भारत और बांग्लादेश के यात्रियों की निर्बाध आवाजाही में सहायता करेगा।
यह परियोजना भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण द्वारा लगभग 232 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनायी जा रहा है। प्रधानमंत्री कैलाशहर में उनाकोटी जिला मुख्यालय को खोवाई जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले एचएच-208 की आधारशिला भी रखेंगे। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा 1078 करोड़ रुपये की लागत से 80 किलोमीटर लंबे एनएच 208 परियोजना को बनाने का काम लिया गया है। प्रधानमंत्री राज्य सरकार द्वारा विकसित राज्य राजमार्गों और अन्य जिला सड़कों का भी उद्घाटन करेंगे, जिसमें 63.75 करोड़ रुपये का वित्तीय परिव्यय होगा। वे त्रिपुरा के लोगों को सभी मौसमों में कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे।