नई दिल्ली: इस नए नियम को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस नए नियम से बच्चे काफी खुश हैं तो वहीं कुछ टीचर और अभिभावक काफी परेशान भी हैं.
नए नियम के मुताबिक, सीबीएसई के छात्रों को अब 10वीं की परीक्षा में फेल नहीं किया जाएगा. कई छात्र मैथ (Math) या साइंस (Science) विषयों में फेल हो जाते हैं लेकिन अगर वे कंप्युटर या किसी दूसरी स्किल में अच्छे हैं तो सिर्फ एक या दो विषय में अच्छे अंक नहीं होने की स्थिति में उन्हें फेल (Fail) नहीं किया जाएगा.
कई हुनरमंद बच्चे किसी एक विषय (Subject) में कमजोर होने के कारण फेल हो जाते थे और उनका साल बर्बाद हो जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. दरअसल सीबीएसई (CBSE) ने अपने नियमों में कुछ बदलाव कर नए नियमों को जोड़ा है.
सीबीएसई (CBSE) की ओर से तय स्किल बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम (Skill Based Learning Program) में छात्रों की रुचि साल-दर-साल बढ़ती जा रही है. 2020 में जहां 20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने स्किल बेस्ड सब्जेक्ट्स को चुना तो 2021 में इनका प्रतिशत 30 हो गया. छात्र-छात्राओं का रुझान स्किल डेवलपमेंट की ओर बढ़ा है और अगर कोई किताबी पढ़ाई में अच्छा नहीं माना जा रहा है तो भी छात्र का कोई नुकसान नहीं होगा.
नई शिक्षा नीति को लेकर स्कूलों में कई बदलाव किए जा रहे हैं. हाल ही में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई के प्रमुख से बातचीत की थी. इसमें उन्होंने स्कूलों में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर जोर दिया था.