नई दिल्ली। केंद्रीय बजट (Budget 2021) से पहले फाइनेंशियल ईयर 2020-21 का इकोनॉमिक सर्वे या आर्थिक सर्वेक्षण आज यानी 29 जनवरी 2021 को संसद में पेश किया जाएगा. इस सर्वे के पेश होने के साथ ही बजट सेशन की शुरुआत भी हो जाएगी.
सरल भाषा में कहें तो इकोनॉमिक सर्वे में देश की आर्थिक सेहत का लेखा-जोखा होता है. इकोनॉमिक सर्वे 2020-21 के मुख्य वास्तुकार चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन हैं.
िआर्थक विकास का लेखा-जोखा होता है इकोनॉमिक सर्वे
केंद्र सरकार अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए बजट पेश करती है, जबकि इकोनॉमिक सर्वे मौजूदा फाइनेंशियल ईयर का लेखा-जोखा होता है. इस साल 1 फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए बजट पेश होगा, लेकिन आज जो इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा, वह मौजूदा साल 2020-21 के लिए है.
इसमें पूरे साल के आर्थिक विकास का लेखा-जोखा होगा. इकोनॉमिक सर्वे एक महत्वपूर्ण इकोनॉमिक रिपोर्ट कार्ड है. इसका काम इकोनॉमी के सभी पहलुओं को देखते हुए विस्तार से स्टैटिस्टिकल डेटा मुहैया कराना है. नियम और कायदे के मुताबिक सरकार पर सर्वे पेश करने की बाध्यता नहीं है.
ये प्रक्रिया का एक हिस्सा है. इसके अलावा सर्वे में जिन सुधारों की अनुशंसा की गई है. उन्हें भी सरकार मानने के लिए बाध्य नहीं है. इस सर्वे में देश की इकोनॉमी के दृष्टिकोण और चुनौतियों पर चर्चा की जाती है. इनमें सुधारों की सिफारिश की जाती है. जबकि बजट में कमाई और खर्च का एक अनुमान होता है. इसमें योजनाओं के लिए फंड का आवंटन होता है.
आज से शुरू हो जाएगा बजट सेशन भी
संसद का बजट सेशन भी आज से ही शुरू हो जाएगा. सेशन के दौरान 1 फरवरी को संसद में फाइनेंशियल ईयर 2021-22 का आम बजट पेश किया जाएगा. लोकसभा सचिवालय के बयान के मुताबिक, दो हिस्सों में चलने वाला बजट सेशन 8 अप्रैल 2021 तक चलेगा. बजट सेशन का पहला चरण 29 जनवरी से 15 फरवरी 2021 तक चलेगा जबकि दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल 2021 तक चलेगा.