रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री किरण देव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बाद अब उनके एक मंत्री कवासी लखमा द्वारा भाजपा को बेशर्म कहे जाने और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने पर चुल्लूभर पानी में डूब मरने की बात कहे जाने पर तीखी नाराज़गी जताई है। देव ने इसे अपनी ही विफलताओं पर प्रदेश सरकार की खिसियाहट पर खंभा नोचने वाला कृत्य बताया है और कहा है कि अब तो मुख्यमंत्री समेत पूरी प्रदेश सरकार को अपनी बददिमाग़ी और बदज़ुबानी के लिए न केवल भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं से, अपितु पूरे प्रदेश से बिना शर्त माफ़ी मांगकर अपने मानसिक अवसाद और असंतुलन का तुरंत इलाज कराना चाहिए।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री देव ने कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र में शासन के ग़लत कामों का विरोध करने पर इस तरह की निम्नस्तरीय भाषा का प्रयोग करना सत्तारूढ़ दल के अहंकार और घोर अलोकतांत्रिक मानसिकता का परिचायक है। धान ख़रीदी के नाम पर किसानों को प्रताड़ित करने पर उतारू प्रदेश सरकार अपने किसान-विरोधी चरित्र के बेनक़ाब होने पर अब बौखला रही है और अपनी विफलताओं, वादाख़िलाफ़ी और धान ख़रीदी में सियासी नौटंकियाँ करने वाले कांग्रेस के सत्ताधीश दो साल में ही अपना मानसिक संतुलन खोकर अनुचित शब्दों का प्रयोग करने लगे हैं। श्री देव ने कहा कि यह भाषा कांग्रेस के राजनीतिक संस्कारों का शर्मनाक प्रदर्शन है और इससे साफ़ हो जाता है कि कांग्रेस पहले भी लोकतंत्र के नाम पर देश की राजनीति पर एक बदनुमा धब्बा थी और आज भी वह आपातकाल की मानसिकता से उबरने को तैयार नहीं है। अपने विरोध में उठने वाली हर आवाज़ पर अपनी भाषायी कृपणता का परिचय देकर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री समेत मंत्री जिस तरह झूठ और नफ़रत की सियासत कर रहे हैं, उसका क़रारा ज़वाब तो प्रदेश की जनता अगले विधानसभा चुनाव में उन्हें यक़ीनन देगी ही।
भाजपा प्रदेश महामंत्री किरण देव ने कहा कि नीति, नीयत और नेतृत्व के संकट से जूझती कांग्रेस वैचारिक दरिद्रता की प्रतीक तो बन ही चुकी है, अब भाषा की दरिद्रता भी कांग्रेस की पहचान बन चुकी है। अपनी राजनीतिक हैसियत पर लगातार पड़ रहे पाले के बावज़ूद कांग्रेस नेतृत्व न तो ख़ुद राष्ट्रीय स्तर पर झूठ और नफ़रत फैलाने से बाज आ रहा है और न ही अपने नेताओं, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को ऐसा करने से रोक रहा है। श्री देव ने कहा कि कांग्रेस के अलोकतांत्रिक चरित्र के चलते ही कांग्रेसमुक्त भारत का जनादेश पिछले दो लोकसभा चुनावों में देश ने इस तरह दिया है कि कांग्रेस की अपना नेता प्रतिपक्ष तक बनाने की राजनीतिक हैसियत नहीं रह गई और निश्चित रूप से कांग्रेस का इससे भी बुरा राजनीतिक हश्र छत्तीसगढ़ के हर वर्ग के लोग करेंगे। श्री देव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री-मंत्री से लेकर पार्षद-कार्यकर्ता तक सब सत्ता के नशे में चूर होकर जैसी कथनी-करनी का परिचय दे रहे हैं, उससे भाजपा का किसानों और प्रदेशवासियों के हक़ व इंसाफ़ के लिए लड़ाई लड़ने का जज़्बा बिल्कुल कम नहीं होगा और सत्तावादी अहंकार से जूझने में भाजपा कार्यकर्ता दुगुने पुरुषार्थ और पराक्रम का परिचय देंगे।