दिल्ली / देश की सेना ने यह संकेत दिया है कि पाकिस्तान और चीन के बीच जो भी प्रगाढ़ता बन रही है ये भारत के लिए खतरा हो सकता है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि पाकिस्तान और चीन की जुगलबंदी हमारे लिए बड़ा खतरा पैदा करती है। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। उत्तर की सीमाओं पर हम पूरी तरह चौकस हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन उसको साफ-साफ कहा है कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पलटवार का हमारा अधिकार सुरक्षित है। इसकी जगह और समय हम तय करेंगे। हमारा वार अचूक होगा।
हमें सरकार से निर्देश मिले हैं कि जो स्थिति है हम उस पर डंटे रहेंगे। अलग-अलग स्तर पर जो बातचीत चल रही है उसके जरिए हम आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर जो भी समझौता करना है करेंगे। मुझे विश्वास है की इस बातचीत के जरिए हम अपने लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे: सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे https://t.co/i4g92TsHKp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2021
ज्ञात हो कि मंगलवार को सेना की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा कि हमें सरकार से निर्देश मिले हैं कि जो स्थिति है हम उस पर डंटे रहेंगे। अलग-अलग स्तर पर जो बातचीत चल रही है उसके जरिए हम आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर जो भी समझौता करना है करेंगे। मुझे विश्वास है की इस बातचीत के जरिए हम अपने लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे।
भैयाजी ये भी देखे –शिक्षक से एसपी बने भोजराम पटेल के संघर्ष की कहानी पढ़ई…
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि भारत और चीन के बीच वार्ता का उपयोग आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर मुद्दों की चर्चा के लिए किया जाएगा। मुझे विश्वास है कि हम इस मुद्दे को हल करने में सक्षम होंगे।
चीन को फर्स्ट मूवर एडवांटेज
सेना प्रमुख ने कहा, ‘LAC पर चीन की तरफ से जो मोबिलाइजेशन हुआ था वह नया नहीं था, वे हर साल ट्रेनिंग के लिए आते हैं। हमारी नजर भी थी, लेकिन वे ऐसा करेंगे इसका कयास नहीं लगाया जा सकता था। उन्हें फर्स्ट मूवर एडवांटेज मिला।’