रायपुर /भारतीय फ़िल्म इंडस्ट्री प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 50 लाख लोगों को रोज़गार प्रदान करती है.जिनमें फ़िल्म बनाने वाले डायरेक्टर , प्रोड्यूसर , कलाकार, टेक्नीशियन, स्पॉट बॉय, फ़िल्म डिस्ट्रीब्यूटर, सिनेमा मालिक, सिनेमा में काम करने वाले कर्मचारी,सिनेमा में काम करने वाले कैंटीन के कर्मचारी , सफ़ाई कर्मी और सिनेमा के आजू बाजू वाले ठेले ,पान ठेले,समोसा नमकीन इत्यादि बेचने वाले सभी का रोज़गार प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है ।लेकिन कोरोना काल को देखते हुए सरकार ने 15मार्च 2020 से सभी सिनेमाघरों को पूर्णत :बंद कराया गया है ।
परिणाम स्वरूप कुछ सिनेमाघर मालिकों ने पूरी तरह से अपने सिनेमा को न खोलने का निर्णय लिया है. जिसके चलते अब कुछ सिनेमा मालिकों की आर्थिक स्थिति ख़राब होना शुरू हो गई है , कुछ सिनेमा मालिक अपने सिनेमा हॉल में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन न प्रदान करने में मजबूर हो रहे हैं । सिनेमा घर बंद होने की वजह से फ़िल्मों की शूटिंग पर रोक लग चुकी है । फ़िल्म बनाने वालों की आर्थिक स्थिति ख़राब होना शुरू हो गई है । सिनेमा घरों की स्थिति बहुत दयनीय है.जिसके चलते फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए लोगो ने सरकार से हाथ जोड़कर विनती है कि सिनेमाघरों और फ़िल्म बनाने वालों के प्रति थोड़ा सहानुभूति दिखाते हुए। सभी सिनेमा घरों को कोरोना के बचाव के निए निर्देशों का पालनके साथ खोले जाने की अनुमति प्रदान करें और सिनेमा व्यवसाय से जुड़े 50 लाख परिवारों के घर रोज़गार का दीपक जलाएं ।