रायपुर। रायपुर में पुलिस के बूट की धमक और वर्दी का खौफ़ एक बार दिखाई देने लगा है। पुलिस की ताबड़ तोड़ कार्यवाही से जिले के आपराधिक मामलों में कमी आई है। पुलिस के आयला अफ़सर इसके पीछे की मुख्य वज़ह जिला पुलिस बल द्वारा संचालित अवैध नशे के विरुद्ध अभियान “निजात” को मान रहे है। इस अभियान में अवैध नशा और अन्य अवैधानिक कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ तरीके से कार्यवाही की जा रही है।
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अभियान के छह माह में (फरवरी से जुलाई 2024) तक पिछले एक वर्ष की इसी अवधि की तुलना में आई.पी.सी./बी.एन.एस. के अपराधों में कमी उल्लेखनीय कमी आई है। विशेषकर चाकूबाजी में लगभग 39 फीसदी की कमी आई है। 2023 में जनवरी से जुलाई तक 117 चाकूबाजी की घटनाएं घटित हुई। जबकि इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक 72 चाकूबाजी की घटना घटी है।
यह कमी विजिबल पुलिसिंग, अड्डेबाजी व अपराधियों पर सख्ती के साथ निजात अभियान की कार्यवाहियों की वजह से है। अभियान के तहत उपरोक्त तुलनात्मक अवधि में पिछले वर्षों से आबकारी एक्ट और ड्रग-विरोधी एनडीपीएस एक्ट के तहत 85ः अधिक कार्यवाहियां की गई है।
शराब-विरोधी आबकारी एक्ट और ड्रग- विरोधी एनडीपीएस के तहत कुल 4,044 व्यक्तियों पर कार्यवाही की गई जिसमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों में 464 व्यक्ति जेल भेंजे गए। 6,780 लीटर शराब और गांजा 1220 किलो सहित अन्य ड्रग्स व नशीली वस्तुएं जप्त हुई है। आबकारी में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोग हैं।
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तंबाकू विरोधी कोटपा के तहत 1,463 व्यक्ति और ड्रंकन ड्राइविंग में 1,231 व्यक्तियों पर भारी जुर्माना किया गया। कार्यवाही के अलावा नशे के विरुद्ध जनजागरुकता और नशे के आदी सैकड़ों लोगो की विभिन्न संस्थाओं की मदद थानों में काउंसलिंग की जा रही है।