रायपुर। सूबे की विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कवर्धा जिले के पंडरिया विधानसभा के नागाडबरा के तीन बैगा आदिवासियों के मौत का मामलें में कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने बैगा जनजाति को न्याय दिलाने की मांग पर नारेबाजी शुरु कर दी।
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विपक्ष के नेता गर्भ गृह में उतर गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग करने लगे। गर्भ गृह में प्रवेश करने पर विपक्ष के 30 विधायकों को निलंबित कर दिया गया। निलंबित सदस्यों को सदन से बाहर जाने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद कांग्रेसी विधायक गर्भगृह में धरने पर बैठ गए।
भारी हंगामे के बाद पोस्टर लेकर सदन से बाहर निकले कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। इसके साथ ही बैगा आदिवासियों की मौत के मामले में आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। मामलें में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि “सरकार हत्या को आत्महत्या साबित करने में लगी है। इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया।
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हमने सदन में स्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। मंत्रियों के क्षेत्र में आदिवासियों की हत्या हो रही है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस ने एक टीम गठित की है। राजनीतिक दबाव के चलते इस घटनाक्रम को दबाया गया। इस घटना के पीछे बड़ा षड्यंत्र है, इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।