रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार करने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेसी नेता जयराम रमेश राजधानी पहुंचे। यहाँ उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि “यह स्थानीय मुद्दों पर लड़ने वाला चुनाव है। भाजपा की रणनीति सिर्फ ध्रुवीकरण की रणनीति है। छत्तीसगढ़ में यह एक मुद्दाहीन पार्टी है। भाजपा के चुनावी भाषणों में सिर्फ ध्रुवीकरण का मुद्दा है।”
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जयराम रमेश ने कहा कि “हमारे प्रधानमंत्री गलती से भी सच नहीं कह सकते। यह बोलने का साहस मैं ही कर सकता हूं। मैंने संसद में भी यह बात कही है। ऐसे कई उदाहरण है। बस्तर के स्टील प्लांट नगरनार का सच यही है।केंद्र इसे निजी हाथों में सौंपना चाहते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का निजीकरण हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि “छत्तीसगढ़ में यह पहला मिसाल नहीं है। कोरबा में बालको प्लांट का निजीकरण हो चुका है। केंद्र सरकार की नीति निजीकरण की नीति है। संघीय ढांचे का पालन नहीं हो रहा। भेदभाव की राजनीति केंद्र सरकार कर रही है। जहां भाजपा की सरकार नहीं वहां भेदभाव का जवाब जनता चुनाव के समय देगी। भरोसे की सरकार के लिए कांग्रेस की सरकार जरूरी है।”
यह कागज की बात नहीं, गारंटी है…
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने मीडिया से कहा कि हमने गारंटी दी है, यह कागज की बात नहीं है। हमने जो कहा, वह लागू हुआ है। अब तक हमने 17 गारंटी दे दिया है। किसान, स्वास्थ्य, शिक्षा, युवाओं, महिलाओं के लिए हमारी गारंटी में सब कुछ है। गैस सिलेंडर में 500 रुपये सब्सिडी महिलाओं के खाते में आएगी। छत्तीसगढ़ में 2800 रुपये में धान खरीदी हो रही है। उत्तरप्रदेश में बमुश्किल 1600 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल है।