नूंह। हरियाणा के नूंह (NUHU) में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, जहां दो सप्ताह पहले सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है, लेकिन स्पीड कम है। वीडियो डाउनलोड नहीं हो रहे हैं। बता दें कि नूंह में 31 जुलाई को सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थी। नूंह के अलावा गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद और हरियाणा के अन्य जिलों में भी हिंसा फैल गई थी।
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हिंसा मामले में छह गिरफ्तार, कुल संख्या 227 हुई
31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा में शामिल उपद्रवियों की धरपकड़ एसटीएफ और पुलिस की टीमों की ओर से लगातार जारी है। रविवार की सुबह पांच बजे पुलिस ने बड़कली चौक खेड़ला, नाई, फिरोजपुर झिरका सहित कई गांवों में छापेमारी कर 16 युवकों को हिरासत में लिया।
पूछताछ के बाद छह को गिरफ्तार कर अन्य 10 को (NUHU) छोड़ दिया। नूंह हिंसा बाद दर्ज हुई 59 एफआइआर में रविवार देर शाम तक गिरफ्तार किए गए आरोपितों की संख्या 227 हो गई है। 23 संदिग्धों से पुलिस पूछताछ में जुटी है। सोमवार को सुबह सात से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में छूट रहेगी। इंटरनेट सेवा बंद है। इसे शुरू करने के लिए देर रात तक अधिकारियों की समीक्षा बैठक जारी रही।
बाजारों में लौटने लगी रौनक
नूंह के बाजारों में अब रौनक लौटने लगी है। पुलिस हिंसा के बाद से लगातार मौजूज लोगों की मदद से आमजन में सुरक्षा की भावना पैदा कर रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। रविवार को भी जिले में कई जगह पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया, हालांकि पुलिस शांति व्यवस्था के लिए सतर्क है।
वहीं, दोहा गांव (NUHU) के लोगों ने शुक्रवार को जुमा की नमाज पढ़ने के बाद बैठक की और भाईचारा बनाए रखने के लिए गोकशी, गोतस्करी एवं बिरियानी बेचने पर रोक लगाने का लिया फैसला लिया। हिंसा के बाद पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के मौलानाओं, उलेमाओं एवं मुस्लिम समाजसेवियों ने रविवार को पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से दिल्ली में मुलाकात कर मांग की कि पुलिस किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार न करे।