रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ही विधानसभा के सामने अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे सरकारी नौकरी मामले में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के आंदोलित युवाओं का गुस्सा मंगलवार को भड़का।
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जिसके बाद इस मामले में आरोपितों को सरकारी संरक्षण देने के खिलाफ तथा उनपर कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन के लिए विधानसभा की ओर कूच किया।दरसअल, फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार के कार्रवाई से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवा अब सरकार से नाराज है।
मसलन जिस फर्जी जाति प्रकरणों की जांच सरकार ने करवाई उसमें पाये गए दोषियों के खिलाफ सरकारी फरमान के बावजूद तीन वर्ष बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। वहीं फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों को महत्वपूर्ण पदों में व प्रमोशन दिया जा रहा है। पुलिस ने इन सभी को गिरफ़्तार कर लिया है।
युवाओं के प्रदर्शन पर चढ़ा सियासी पारा
नग्न युवाओं के प्रदर्शन को सूबे के सियासी पारा लगातार बढ़ रहा है। प्रदर्शन पर मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि प्रदर्शन का अधिकार सबको है लेकिन अश्लील तरह का काम उचित नहीं है। उचित फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि फर्जी नियुक्ति का मामला पिछले सरकार का है। जांच की कार्रवाई की जा रही है, बहुत मामलों में कोर्ट में स्टे है। जिन मामलों में स्टे है उसमें तुरंत कार्रवाई भी नहीं की जा सकती।
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इधर डहरिया के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ इस स्तर तक पहुंच चुका है। हमारी सरकार को गए 5 साल हो गए हैं। अनियमितता थी तो इन्होंने ठीक क्यों नहीं किया। कांग्रेस सरकार कब तक यहीं राग अलापती रहेगी। इधर राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ हुए नग्न प्रदर्शन पर आज भाजपा विधायक दल सायः 5.30 बजे अंबेडकर चौक में एकत्र होकर राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन पैदल कूच करेंगे।