सुकमा। नक्सलियों ने सुकमा पुलिस (SUKMA NEWS) के उस दावे पर सवाल खड़े किए हैं जिसमें सोमवार को दंतेशपुरम में दो नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। नक्सलियों ने पुलिस के दावे को फर्जी बताया।
नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि मारे गए दोनों लोग पहले नक्सल संगठन (SUKMA NEWS) में कार्यरत थे। लेकिन एक महीने पहले ही दोनों पार्टी छोड़कर गांव लौटकर सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे थे। इस बीच पुलिस दोनों को घर से उठाकर ले गई और उन्हें गोली मार दी।
नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा (SUKMA NEWS) ने लिखित बयान जारी कर इस मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ बताते हुए कहा कि दंतेशपुरम निवासी मड़कम एर्रा व मैलासुर निवासी पोड़ियम भीमे दोनों माओवादी संगठन में कार्यरत थे। एर्रा गोलापल्ली एलओएस कमांडर था। भीमे एलओएस सदस्या थी, लेकिन वे दोनों राजनीतिक रूप से कमजोर होकर लगभग एक महीने पहले पार्टी छोड़कर अपने गांव दंतेशपुरम चले गए। इसी बीच दोनों को पुलिस घर से उठा ले गए और 8 मई को सुकमा जिले के भेज्जी थाना अंतर्गत ग्राम दंतेशपुरम के जंगलों में एर्रा व भीमे को झूठी मुठभेड़ में गोली मारकर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है।