भिलाई। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय (DURG NEWS) के अंतर्गत स्थापित शोध केंद्रों समेत अन्य स्थानों से पीएचडी कर रहे शोधार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके लिए 15 लाख रुपए रखे गए हैं। इसमें शोधार्थी के काम और उसकी योग्यता के अधार पर राशि तय की जाएगी। यह राशि कम से कम 10 शोधार्थियों के बीच बांटी जा सकेगी। इसके अलावा राजकीय गीत के रचयिता डॉ. नरेंद्र देव वर्मा के नाम पर करीब 15 लाख की लागत से शोधपीठ की स्थापना की जाएगी।
राज्य में उनके नाम पर किसी भी शैक्षणिक और प्रशासनिक संस्थान (DURG NEWS) में शोधपीठ नहीं है। शोधपीठ में छत्तीसगढ़ी साहित्य और उससे संबंधित अन्य तथ्यों पर काम किया जाएगा। इसका फैसला विवि की कार्य परिषद की बैठक में लिया गया। बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 44 करोड़ के बजट का और नए साल में किए जाने वाले कार्यों का भी अनुमोदन किया गया।
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इसके अलावा परीक्षा केंद्रों को अग्रिम भुगतान और संचालित सर्टिफिकेट कोर्स का अनुमोदन किया गया। आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। इनका बैठक में अनुमोदन लिया गया है। इसके आधार पर प्रस्ताव तैयार कर शासन से स्वीकृति ली जाएगी। साथ ही कार्य कराए जाएंगे।
20 लाख रुपए खर्च कर बनाएंगे लाइब्रेरी
बैठक में फैसला किया गया कि करीब 20 लाख रुपए खर्च कर एक अति आधुनिक पुस्तकालय बनाया जाएगा। इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों की किताबों के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं, शोध और साहित्य की किताबें होंगी। इसे डिजिटल फार्म में भी रखा जाएगा, ताकि बच्चे इसकी पीडीएफ फाइल का भी पढ़ने में उपयोग कर सकें। इसके लिए उन्हें पुस्तकालय का सदस्य बनना होगा। इसका संचालन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय करेगा।
महाविद्यालयों में होने वाली कार्यशाला के अनुदान भी
इन दिनों हेमचंद यादव विवि (DURG NEWS) का अपना भवन नहीं है और न ही अध्ययनशाला है। इसकी वजह से संबद्ध शासकीय और निजी महाविद्यालयों में कार्यशालाएं और सेमीनार आयोजित की जाती है। इन संस्थानों में होने वाली कार्यशालाओं और सेमीनार के लिए विवि की ओर से अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए बजट में अलग से राशि रखी गई है। इससे प्राध्यापकों, शोधार्थियों और उनके मार्गदर्शकों को अपने शोध पत्रों को पढ़ने में पहले की तुलना में और अधिक सुविधा हो सकेगी। इसका अनुमोदन किया गया।
पुराने भवन की जमीन को पहले कराएंगे फ्री-होल्ड
इन दिनों विवि का संचालन पुराने महिला महाविद्यालय के भवन में किया जा रहा है। इसकी जमीन विवि के पास लीज के रूप में है। इसकी वजह से यहां नया कंस्ट्रक्शन नहीं किया जा सकता है। नए निर्माण के लिए जमीन का फ्री-होल्ड होना जरूरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए बैठक में शासन को चिट्ठी लिखकर पहले इसे फ्री-होल्ड कराने का फैसला लिया गया। इसके लिए प्रशासन को पहले पत्र लिखा जाएगा। इसके बाद सारी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। फ्री होल्ड प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।