केरल/ स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में प्रतिबंधित केरल के तेज गेंदबाज़ एस श्रीसंत का प्रतिबन्ध 13 सितंबर को खत्म हुआ | आपको बता दे की ये प्रतिबन्ध श्रीसंत पर आजीवन लगा था लेकिंग श्रीसंत की लंबी लड़ाई के कारण इस अवधि को कम करके 7 साल कर दिया था जो की अब यह खत्म हो गया | बैन ख्त्म होते ही श्रीसंत ने कहा ,
मै आज़ाद हु ।
श्रीसन्त ने अपने बयान में कहा कि वो अब आज़ाद है और फिर से क्रिकेट खेलना चाहते है।
भैया जी ये भी देखिये –कोविड केयर सेंटर की स्थितियों का जायज़ा लेने राजधानी के कई हॉस्पिटल पहुंचे स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेवश्रीसंत ने अपने ट्विटर में कुछ दिन पहले कहा- की वे अब कभी भी अब क्रिकेट में चीटिंग नही करेंगे |
I will never ever cheat cricket even when iam playing a friendly match..I don’t ball easy ones or try to loose..so pls get that right with everyone..I’m completely free of any charges nd anything nd now gonna represent the sport I love the most..I will give my very best to
— Sreesanth (@sreesanth36) September 10, 2020
ज्ञात हो की कोरोना के चलते केरल का घरेलू क्रिकेट अभी तक शुरू नही हुआ है, हालाकि अगस्त में केरल के घरेलू क्रिकेट शुरू हो जाता था।
Bcci ने श्रीसंत को साल 2013 में बैन लगाया था, उस समय वह राजिस्थान रॉयल के लिए खेलते थे, उनके साथ ही रॉयल्स के अजित चंदीला और अंकित चौहान को भी बैन किया था इसके बाद यह मामला कई साल तक सुप्रीम कोर्ट में चला, अंततः लंबे समय के बाद वो फिर से क्रिकेट की दुनिया मे कदम रखेंगे।
श्रीसंत ने अपने ऊपर लगे आरोप को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट चले गए साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने bcci से कहा कि वो श्रीसंत पर लगे बैन की अवधि को कम करने के बारे में सोचे।इसके बाद bcci के अम्बुड्समैन डीके ने बैन की अवधि 7 साल कर दी,उन्होंने माना कि श्रीसंत अच्छे खिलाड़ी है।
भैया जी ये भी देखिये –कीर्तिभूषण पाण्डेय उतरे संजय राऊत के खिलाफ, बेटी और सेना पर टिपण्णी के चलते सदस्यता समाप्त करने की अपील
आपको बता दें कि श्रीसंत ने भारत के लिए 27 टेस्ट में 87और 53 वनडे में 75 विकेट लिए है।साथ ही 10 टी20 मुकाबले में उनके नाम 7 विकेट है।