रायपुर। शुक्रवार को सूबे की राजधानी रायपुर, दुर्ग, भिलाई और बिलासपुर में आयकर विभाग ने ट्रांसपोर्टर, सराफा, बिल्डर और फायनेन्शियल कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश दी थी। आईटी की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बिल्डर, ट्रांसपोर्टर्स समेत सप्लायर्स के ऑफिस और घर को मिलाकर कुल 21 ठिकानों पर जांच पड़ताल शुरू की है।
आज भी पूरा दिन इन ठिकाने में जांच पड़ताल ज़ारी रहने की सम्भावना है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की टीम ने कल देर शाम तक सभी ठिकानों से तकरीबन 3 करोड़ कैश, प्रापर्टी के पेपर्स और बड़ी तादाद में ज्वेलरी मिली है। फिलहाल ज्वेलरी का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके लिए आईटी की इन्वेस्टिगेशन विंग ने वैल्यूअर बुलाए हैं। सूत्रों ने ये भी बताया है कि सभी ठिकानों से आज रात तक छापा समेट लिया जाएगा।
गौरतलब है कि हीरापुर में आर.के.रोड़वेज,स्वास्तिक ग्रुप और दुर्ग-भिलाई में सप्लायर, फाइनेंसर- सराफा कारोबारी कमलेश बैद के दुर्ग में दो ठिकाने शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार जिन ठिकानों पर आयकर टीम मौजूद हैं उनमें हीरापुर में आरके रोडवेज शामिल है, जो सीमेंट का बड़ा कारोबार करती है।
इसके अलावा रोज़बेरी रिसोर्ट कचना के आशीष अग्रवाल नरेंद्र अग्रवाल, रोजबेरी रिसोर्ट प्रा.लि.के उड़ीसा हेड ऑफिस समेत रायपुर में रिंगरोड नंबर 3 पर स्थित रिसोर्ट और पंडरी स्थित होटल लैंडमार्क समेत मालिक सुनील अग्रवाल के स्वर्णभूमि स्थित उनके घर पर कार्रवाई जारी है।