बिजनेस – आज सोना (Gold) 104 रुपये की बढ़त के साथ खुला लेकिन दिन वह अपनी इस बढ़त को कायम नहीं रख सका। 4 दिसंबर की डिलिवरी वाला सोना (Gold) सुबह 10 बजे 63 रुपये के गिरावट के साथ 50898 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा था। कल यह 50961 रुपये के भाव पर बंद हुआ था और आज 104 रुपये की तेजी के साथ 51065 रुपये पर खुला। लेकिन इसके बाद इसमें लगातार गिरावट बनी रही। शुरुआती कारोबार में ही यह 50819 रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया।
हाजिर बाजार की कमजोर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा बाजार में मंगलवार को सोने (Gold) का भाव 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,860 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर माह में डिलीवरी वाले सोना अनुबंध की कीमत 70 रुपये यानी 0.14 प्रतिशत की हानि के साथ 50,860 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। इस अनुबंध में 13,591 लॉट के लिए कारोबार किया गया। न्यूयार्क में सोना 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,905.50 डालर प्रति औंस रह गया।
सोना गहरे संकट में काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है। गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।
कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में एक तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। समय बीतने के साथ-साथ शेयर बाजार उस तगड़ी गिरावट से लगातार उबर रहा है। दुनिया भर के अधिकतर शेयर बाजार कोरोना की वजह से आई गिरावट से मजबूती से लडते हुए रिकवर कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोना (today gold price) अपना ऑल टाइम हाई छू कर वापस आ चुका है। आए दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अब सवाल ये उठता है कि क्या सोना भी कोरोना काल से पहले वाली स्थिति में लौट आएगा, क्योंकि ये ट्रेंड देखा गया है कि शेयर बाजार मजबूत होता है तो सोना कमजोर होता है और इसका उल्टा भी होता है। तो क्या सोना अभी और सस्ता होगा, क्योंकि जनवरी में सेंसेक्स 41 हजार के करीब था, तब सोने की कीमत भी 41 हजार के करीब थी।