चंडीगढ़। विधानसभा के विशेष सत्र को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की तरफ से रद्द कर दिए जाने के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है। सीएम भगवंत मान (CM BHAGWANT MANN) ने राज्यपाल को फिर से विधानसभा सत्र बुलाए जाने की सिफारिश कर दी है। 16वीं विधानसभा का यह तीसरा सत्र 27 सितंबर को बुलाया है। एक दिन पहले ही राज्यपाल ने 22 सितंबर को विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की सिफारिश को रद्द कर दिया था।
उन्होंने तर्क दिया था कि सरकार खुद इस तरह से विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकती है। अब 27 सितंबर को एक दिन के सत्र में बिजली, पराली जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को उठाया जाएगा। वहीं, वीरवार को पंजाब भाजपा ने चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया। जैसे ही नेता-कार्यकर्ता सेक्टर-37 स्थित पार्टी कार्यालय से सीएम आवास (CM BHAGWANT MANN) का घेराव करने निकले तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी। आधा घंटा प्रदर्शन के बाद जब भाजपा कार्यकर्ता उग्र हो गए तो चंडीगढ़ पुलिस ने वाटर कैनन चलाकर उन्हें खदेड़ दिया। इसमें 8 लोग जख्मी हुए। बीजेपी के 50 नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
सीएम बोले, सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे
सीएम मान (CM BHAGWANT MAAN) ने कहा कि गवर्नर ने पहले सेशन की अनुमति दी, इसके बाद इसे रद्द कर दिया गया। इसके विरोध में वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। दरिया को रोका नहीं जा सकता, वह अपने रास्ते खुद बनाता है।
कांग्रेस बोली, भगवंत मान पंजाब के एकनाथ शिंदे
कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा- भगवंत मान ने हाल ही में पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़े। इससे स्पष्ट है कि वह लोकसभा चुनावों से पहले पंजाब के एकनाथ शिंदे बनने जा रहे हैं।
शिअद बोली, मामले की जज से जांच कराई जाए
शिअद के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त (CM BHAGWANT MANN) के आरोपों की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के किसी मौजूद न्यायाधीश से जांच कराई जानी चाहिए। अगर आप सच में विश्वास को परखना चाहती है तो उसे विधानसभा भंग कर चुनाव कराने चाहिए।