बेंगलूरु। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (MOHAN BHAGWAT) ने धर्म परिवर्तन रोकने पर जोर देते हुए कहा कि यह अलगाववाद को बढ़ावा देता है और लोगों को उनकी जड़ों से अलग कर देता है।
उन्होंने कहा, ‘यदि हम चाहते हैं कि भारत, भारत के रूप में बना रहे, तो हमें वह होना चाहिए, जो सांस्कृतिक रूप से हैं। नहीं तो भारत, भारत नहीं रहेगा। हमें सुनिश्चित करना होगा, धर्म हर जगह व्याप्त हो।’ वह चित्रदुर्ग (कर्नाटक) के श्रीशिवशरण मदारचन्नैयाह गुरुपीठ में एक कार्यक्रम में दलित और पिछड़ा वर्ग समुदायों के संतों को संबोधित कर रहे थे। भागवत (MOHAN BHAGWAT) ने कहा कि हिन्दू समाज में जो समस्याएं हैं, वे अस्पृश्यता और असमानता हैं। ये केवल मन में विद्यमान हैं, शास्त्रों में नहीं। उन्होंने कहा, ‘कई सदियों से हमारे दिमाग में मौजूद इस समस्या को हल करने में समय लग सकता है।