दिल्ली। राजस्थान में करौली हिंसा (Karauli Violence) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस सरकार पर ‘अपने लोगों को बचाने’ का आरोप लगाया है। जबकि राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हिंदू नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए निकाली गई मोटरसाइकिल रैली के दौरान जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है।
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कुल 46 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 13 हिंसा के सिलसिले में और 33 लोगों को कर्फ्यू का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 7 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और 21 वाहन भी जब्त किए गए हैं। मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही एक मोटरसाइकिल पर पथराव के बाद हुई हिंसा के बाद 2 अप्रैल, शनिवार को कर्फ्यू लगा दिया गया था।
बीजेपी को ‘पूर्व नियोजित साजिश’ की आशंका
करौली (Karauli Violence) के भाजपा सांसद ने कहा “कांग्रेस सरकार अपने लोगों को बचा रही है। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने पूरी योजना के साथ इस घटना को अंजाम दिया है। करौली धौलपुर के सांसद मनोज राजोरिया का कहना है कि सरकार और पुलिस प्रशासन चयनात्मक कार्रवाई कर रहा है। अगर वे गिरफ्तारी नहीं करते हैं, तो भाजपा जल्द ही कार्रवाई के लिए बड़ा आंदोलन करेगी।”
कांग्रेस का कहना है ‘कार्रवाई की गई’
घटनास्थल से कांग्रेस विधायक लखन मीणा ने कहा कि “हिंसा के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन पर किसी भी तरह का दबाव नहीं है। जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस के अनुसार, शनिवार को मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरने वाली रैली (Karauli Violence) में पथराव के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रविवार को भी बंद रहीं और पुलिस ने कहा कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की गई हिंसा के वीडियो की जांच कर रहे हैं। हिंसा में कम से कम 35 लोग घायल हो गए।