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कांकेर के कुलगांव स्थित “गांधी ग्राम” बनेगा मॉडल, सीएम सलाहकार ने दिए निर्देश

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कांकेर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने आज कांकेर विकासखण्ड के ग्राम कुलगांव में विकसित किये जा रहे गांधीग्राम का अवलोकन किया तथा यहां पर संचालित विभिन्न गतिविधियों की तारीफ की।

शर्मा ने कहा कि इसे मॉडल के रूप में विकसित करें। उन्हांने गांधी ग्राम में कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा मछली आहार निर्माण इकाई, तालाब में मछली पालन, हाथ करघा बुनाई, बकरी पालन, मुर्गी पालन एवं बटेर पालन, गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण, प्रशिक्षण हाल एवं डारमेंन्ट्री कक्ष, रेसीडेंसियल रूम इत्यादि का अवलोकन करते हुए कहा कि इसे प्रशिक्षण के साथ-साथ लर्निंग सेंटर के रूप में भी विकसित किया जावे। महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों से चर्चा करते हुए उन्हें बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने गांधीग्राम कुलगांव के विभिन्न गतिविधियों में भागीदारी निभा रहे महिला स्व-सहायता के सदस्यों को गांधीजी के स्वावलंबन व सर्वोदय के अनुरूप लक्ष्य बनाकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने कहा कि गांधीग्राम में जो भी सिखाया जा रहा है, उसे अपने घरों में भी अपनाकर आर्थिक लाभ कमायें। गांधीग्राम में औषधि पौधों का उद्यान विकसित करने, अहिंसक विधि से शहद निकालने एवं रस्सी बनाने का प्रशिक्षण प्रदान करने तथा मछली पालन के साथ-साथ उससे संबंधित अन्य गतिविधियों को भी शामिल करने कहा गया।

कलेक्टर चन्दन कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि लोगों की मंशा के अनुरूप गांधीग्राम स्थापित किया जा रहा है, विजन तैयार हो चुका है, अब इसे आगे बढ़ाया जायेगा। मर्दापोटी कलस्टर के 17 गांवों को चिन्हांकित कर वहां पर लघु वनोपज आधारित प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किये जा रहे हैं, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों तथा महिला स्व-सहायता समूह का अच्छा सहयोग मिल रहा है।

उल्लेखनीय है कि गांधीग्राम कुलगांव में इंटरलॉकिंग, सीसी रोड, दस-दस बेड का दो नग डारमेंट्री, चार बेड का 10 नग रेसीडेंसियल रूम, जिसमें से 06 नग का निर्माण पूरा हो चुका है, 20 नग दो बेडेड रेसीडेंसियल रूम, किचन हॉल, महिला स्व-सहायता समूह के कार्यशाला के लिए शेड का निर्माण, चबूतरा निर्माण, प्रशिक्षण कक्ष का निर्माण किया गया है। यहां पर भूमिगत सिंचाई पाईपलाइन बिछाई गई है, अलंकृत उद्यान तैयार किया जा रहा है, साथ ही मशरूम उत्पादन एवं स्पॉन उत्पादन यूनिट का कार्य भी प्रगतिरत है।

गांधी ग्राम में कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा मछली आहार निर्माण इकाई स्थापित की गई है, जिसका संचालन महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। तालाब में मछली पालन भी किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख रूप से कतला, रोहू, मृगल इत्यादि मछली के बीज डाले गये हैं। गौठान में बकरी पालन शेड, मुर्गी पालन एवं बटेर पालन शेड बनाया गया है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए टांका का निर्माण किया गया है।