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समय पूर्व विधानसभा का सत्रावसान अलोकतांत्रिक व अव्यवहारिक : बृजमोहन

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रायपुर। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (BRIJMOHAN AGARWAL) ने विधानसभा सत्र का समय पूर्व सत्रावसान को अलोकतांत्रिक, असंसदीय, अव्यवहारिक, अन्यायपूर्ण और प्रदेश के सवा दो करोड़ जनता का गला घोटने वाला कृत्य बताते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही लोकत्रांतिक मूल्यों का हनन करने व सदन में चर्चा से भागने का रहा है।

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छत्तीसगढ़ सरकार का हमेशा प्रयास सदन में चर्चा से भागने का ही रहा है। सरकार (BRIJMOHAN AGARWAL) चर्चा से घबराती है, किसी भी मामले में सौहार्दपूर्ण चर्चा करना ही नही चाहती। उन्हें यही डर रहता है कि उनकी मनमानी, काली करतूतों व भ्रष्टाचार की परते उखड़ जाएगी। अभी भी छोटा शीतकालीन सत्र का आयोजन कर सरकार चर्चा से बचना चाहती थी। हद तो तब हो गई जब आज एक अतिरिक्त कार्यसूची जारी कर बिना विपक्ष से चर्चा किए अचानक सदन का सत्रावसान करा दिया गया।

विधायक अग्रवाल (BRIJMOHAN AGARWAL) ने आज विधायक ननकीराम कंवर, शिवरतन शर्मा, नारायण चंदेल, सौरभ सिंह के साथ विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर समय पूर्व सत्रावसान किए जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि विपक्ष के बिना चर्चा, बिना सहमति लिए इस प्रकार का सरकार का कृत्य किया जाना कहीं से भी उचित नहीं है। प्रदेश सरकार का यह कृत निन्दनीय ही नही बल्कि प्रदेश के ढाई करोड़ जनता के आवाज दबाने वाला व लोकतंत्र का गला घोटने वाला कृत्य है।