लखीमपुर। लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur violence ) के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को एसआईटी की टीम ने समय से पहले ही जेल भेज दिया है। इससे पहले आज गुरुवार को उन्हें जांच टीम लेकर घटनास्थल पर पहुंची। जहां सीन री-क्रिएशन कर सबूत जुटाए । उसके बाद जहां पर उनके पिता ने दंगल का आयोजन कराया था टीम उन्हें वहां लेकर भी पहुंची। वहां यह जानने की कोशिश की कि क्या घटना वाले वक्त वहां थे या हिंसा वाली जगह पर उनकी मौजूदगी थी। इन सब की तहकीकात करने के बाद एसआईटी की टीम उन्हें अब जेल भेज दिया है।
3 दिन की रिमांड मिली थी
एसआईटी की टीम (SIT Team) को 3 दिन की रिमांड मिली थी। जिसकी मियाद कल सुबह यानी शुक्रवार 10 बजे पूरा हो रही थी। लेकिन उससे पहले ही जेल भेज दिया है। अब एसआईटी की टीम आशीष मिश्रा घटना के वक्त 2:30 से 3:30 बजे कहां थे , इस लोकेशन को खंगालने में जुट गई है। आशीष के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जा रही है और उसी से सही पता लगेगा की वह कहाँ थे।
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सबूत जुटाने पहुंची SIT की टीम
एसआईटी की टीम घटना वाली जगह पर आशीष मिश्रा, अंकित दास और ड्राइवर को लेकर पहुंची। जहां पर टीम ने सीन रिक्रिएशन किया। गौरतलब है की लखीमपुर के तिकोनिया में तीन अक्टूबर को बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें चार किसानों समेत कुल आठ लोगों की जान चली गई थी। किसानों का आरोप था कि किसानों को रौंदते समय आशीष मिश्रा गाड़ी में मौजूद था और उसे ही मुख्य आरोपी भी बनाया गया है।
आशीष के लोकेशन पर टिकी निगाहें
एसआईटी की टीम अब आशीष मिश्रा के लोकेशन पर तफ्तीश करने में लग गई है। घटना वाले दिन 2:30 से 3:30 के बीच में वह कहां थे, इसी पर अहम जा जाकर टिकी है। जांच कर रहे अधिकारी इसी के इर्द-गिर्द पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। हालांकि जांच आशीष के मोबाइल की लोकेशन पर टिक गई है। मामले की जांच कर रही टीम ने मोबाइल टावर का डाटा खंगालना शुरू कर दिया है। मोबाइल के सहारे आशीष मिश्रा की घटनास्थल पर मौजूदगी की जांच के लिए जांच कमेटी ने मोबाइल टावर के बीटीएस यानी बेस ट्रांसीवर स्टेशन को खंगालना शुरू किया है।