रायपुर। गुरूवार यानी कल से देशभर में शारदीय नवरात्रि की धूम रहेगी। देवी मंदिरों में जहाँ श्रद्धा की ज्योति प्रजव्वलित की जाएगी, वहीं पूजा पंडालों में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर उनकी आराधना की जाएगी।
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मुहूर्त को लेकर महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने बताया की इस बार की नवरात्रि गुरूवार को शुरू होने की वज़ह से बेहद फलदायी है। इस बार माँ दुर्गा डोली पर सवार होकर आ रही है, जो अपनी भक्तों की हर मनोकामना पूरी करेंगी।
उन्होंने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन देवी मंदिरों समेत घरों में भी घटस्थापना की जाती है। इस बार शुभ- प्रात: मुहूर्त गुरुवार अक्टूबर 7 को सुबह 06 बजकर 16 मिनट से शुरु होकर 7 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। वहीं अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 22 मिनट से 12 बजकर 09 तक रहेगा।
डोली पर बैठकर आएंगी माँ दुर्गा
पंडित मनोज शुक्ल ने बताया कि भगवती माँ दुर्गा का वाहन सिंह को माना जाता है। लेकिन हर साल नवरात्रि के समय तिथि के अनुसार माता अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर धरती पर आती हैं। यानी माता सिंह के अलावा दूसरी सवारी पर सवार होकर पृथ्वी पर आती हैं।
और नवरात्रि के बाद अलग अलग सवारी पर जाती है। इस संदर्भ में शास्त्रों में कहा गया है कि “शशिसूर्ये गजारूढ़ा शनिभौमे तुरंगमे, गुरौ शुक्रे च दोलायां बुधे नौका प्रकीर्त्तिता।”
इसका अर्थ है सोमवार व रविवार को प्रथम पूजा यानी कलश स्थापना होने पर मां दुर्गा हाथी पर आती हैं। शनिवार तथा मंगलवार को कलश स्थापना होने पर माता का वाहन घोड़ा होता है। गुरुवार अथवा शुक्रवार के दिन कलश स्थापना होने पर माता डोली पर चढ़कर आती हैं।
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बुधवार के दिन कलश स्थापना होने पर माता नाव पर सवार होकर आती हैं। इस क्वार नवरात्रि में कलश स्थापना 7 अक्टूबर दिन गुरूवार यानि आश्विन शुक्ल प्रतिपदा गुरुवार के दिन है। इसलिए इस नवरात्रि में माता हाथी पर सवार होकर आ रही हैं।”