रायपुर। सूबे के तमाम कॉलेजों में शिक्षा सत्र 2021-22 के तहत एडमिशन का कल आख़री दिन है। इसके बावजूद अब तक फर्स्ट ईयर में एडमिशन के लिए तकरीबन 50 हज़ार सीटें खाली बताई जा रही है। इसके पीछे की एक वज़ह कोरोना को भी माना जा रहा है।
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प्रदेश के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल में स्नातक के लिए 18 हज़ार से ज़्यादा सीटें खाली बताई गई है। वहीं बस्तर विश्व विद्यालय के तमाम कालेजों में लगभग 7000, सरगुजा विश्वविद्यालय में तक़रीबन 8500 सीटें खाली बताई जा रही है।
बिलासपुर और दुर्ग विश्वविद्यालयों में भी स्नातक की 8-8 हजार से ज्यादा सीटों में इस बार अब तक एडमिशन नहीं हो पाया है। इन सीटों में प्रवेश के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने 30 सितंबर यानी कल तक का ही समय मुकर्रर कर रखा है।
एडमिशन कटऑफ़ भी है एक फैक्टर
शिक्षाविदों कि माने तो इस बार सरकारी महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए कटऑफ भी एक बड़ा फैक्टर रहा है। दरअसल छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी के दौरान हुई परीक्षा में बारहवीं बोर्ड के छात्रों को थोक में नंबर दिए गए।
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लिहाज़ा इसे फ़िल्टर करने की नियत से उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों के स्नातक प्रवेश के लिए कटऑफ में इज़ाफ़ा किया था। राजधानी समेत सूबे के तमाम सरकारी कॉलेजों में 90 प्रतिशत तक का कटऑफ तय किया गया था।
राजधानी के सरकारी कॉलेज हुए फुल
राजधानी रायपुर के सरकारी कॉलेजों में अंडर ग्रेज्युएशन की लगभग सभी सीटें भर गई है। साइंस कॉलेज रायपुर, छत्तीसगढ़ कॉलेज, डिग्री गर्ल्स कॉलेज में नाममात्र ही सीटें खाली बची हैं। इनमे भी अधिकांश सीटें कोटे और आरक्षण नियमों के तहत शेष है।