रायपुर। राजद्रोह का केस दर्ज होने के बाद अब शासकीय आवास से लापता हुए निलंबित एडीजी जीपी सिंह (ADG GP SINGH) के खिलाफ रायपुर पुलिस लगातार सख्ती कर रही है। निलंबित एडीजी को कोतवाली थाना में उपस्थित होने के लिए गुरूवार को कोतवाली पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी किया था।
नोटिस निलंबित एडीजी के परिजनों को दिया गया था, और उन्हें थाना आकर अपना पक्ष रखने की हिदायत दी गई थी। शनिवार को दिन भर कोतवाली पुलिस के अधिकारी निलंबित एडीजी का इंतजार करते रहे, लेकिन वो अपना जवाब दर्ज कराने नहीं आए। निलंबित एडीजी ने कोरियर के माध्यम से पुलिस को सूचना दी है, कि वे टायफाइड बीमारी से ग्रसित है। डॉक्टरों ने उन्हें रेस्ट करने की सलाह दी है। स्वस्थ्य होने के बाद वो अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित हो पाएंगे।
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पहले नोटिस जारी करके गई थी टीम दिल्ली
कोतवाली पुलिस के पहले नोटिस पर निलंबित एडीजी (ADG GP SINGH) पेश नहीं हुए, तो पुलिस की दो टीम दिल्ली और चंडीगढ़ गई थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दिल्ली के होटल और चंडीगढ़ के अस्पताल पर दबिश दी थी और वहां से साक्ष्य जुटाकर वापस रायपुर आए थे। रायपुर आने के बाद दूसरा नोटिस जारी किया और पेश होने की हिदायत दी थी। कोतवाली पुलिस अब मामलें मंे वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलने के बाद कार्रवाई करने की बात बोल रही है।
करीबी रेडार पर
निलंबित आईपीएस (ADG GP SINGH) के मददगारों की तलाश पुलिस को अब भी है। परिजनों व करीबियों की पुलिस टीम लगातार निगरानी कर रही है। निलंबित आईपीएस को पुलिस की कार्रवाई देने वालों की गुपचुप जांच की जा रही है। जिन लोगों की जांच की जा रही है, उसमें निलंबित आईपीएस के राजदार, कुछ रसूखदार पदों पर बैठे लोग व मीडियाकर्मी भी शामिल है।