कोरबा। सूबे के कोरबा जिले में हाथी प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे विधायक की जान पर बन आई। आनन फानन में उन्होंने खुद पानी टंकी पर चढ़ कर घंटों तक हाथियों के दल के लौटने का इंतज़ार करते रहे।
जब हाथियों का दल वहां अपना आतंक मचाकर लौट गया तब विधायक जी की जान में जान आई। ये पूरा मामला कटघोरा का बताया जा रहा है। जंगल अफसरों की गिनती के मुताबिक कोरोबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हाथियों के अलग-अलग दल के 50 हाथी घूम रहे हैं।
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इनका उत्पात लगातार ज़ारी है ,कही कड़ी फसलें तो कहीं घर को रौंदते हुए गजराज पुरे इलाके में आतंक मचाए हुए है। हाथियों के इस आतंक से पीड़ित परिवार से मेल मुलाकात करने पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा गांव पहुंचे थे। वे उनसे उनका दुःख बांट ही रहे थे की इसकी भनक गजराज को लगी और पूरा दल सम्भवतः विधायकजी से मुलाकात करने आ पहुंचा।
हाथियों के दल को खदेड़ने में मशक्कत
हाथियों के दल को देख विधायक मोहितराम और उनके साथी दौड़ते हुए पास की पानी टंकी की तरफ भागे। जैसे तैसे सीढियाँ चढ़ उन्होंने अपनी जान बचाई। इधर गांव तक पहुंच चुके हाथियों के दल को वन विभाग की टीम ने जंगल की ओर खदेड़ने में जुटा रहा।
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तक़रीबन घंटे भर की तगड़ी मेहनत के बाद हाथियों का दल वाहन से जंगल की तरफ रवाना हुआ। इस दौरान विधायक पानी टंकी पर ही चढ़े रहे और गजराज के लौटने का इंतज़ार किया। वन विभाग की टीम ने जब रूट क्लीयर होने की जानकारी दी, तब जाकर विधायक मोहितराम केरकेटटा का काफिला मौके से वापस सुरक्षित लौट सका।