दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) का काम तेजी से चल रहा है। वैक्सीनेशन प्रायवेट और शासकीय अस्पतालों में युद्धस्तर पर किया जा रहा है। देशवासी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रायवेट अस्पताल के बजाए शासकीय अस्पतालों में जाना उचित समझ रहे है। ऐसे में अब केंद्र की मोदी सरकार प्राइवेट अस्पतालों के लिए तय वैक्सीन के 25 प्रतिशत कोटे को घटाने पर विचार कर रही है। केंद्र सरकार के सूत्रों के अनुसार सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के पास बची हुई वैक्सीन को मंगाने की तैयारी कर रही है।
अब रिजर्व रखने की जरूरत नहीं
केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद वैक्सीन मैनुफैक्चरर कंपनियों को प्राइवेट सेक्टर के लिए 25 प्रतिशत वैक्सीन (corona vaccination) रिजर्व रखना जरूरी नहीं होगा। अब प्रायवेट अस्पतालों को जरूरत के हिसाब से डोज दिया जाएगा। बाकी की वैक्सीन सीधे सरकार को ही मिलेगी।
मुख्यमंत्रियों ने करी थी अपील
आपको बता दे कि कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी प्रधानमंत्री मोदी से प्राइवेट अस्पतालों के कोटे में कटौती करने की अपील की थी। वर्तमान में कंपनियां जितना वैक्सीन (corona vaccination) बना रही है, उसमें में 75 प्रतिशत केंद्र सरकार खरीदती है और 25 प्रतिशत निजी अस्पतालों के संचालक खरीदते है।