रायपुर। कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामलें में विवाद (Oxygen Controversy) छिड़ा हुआ है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात से इंकार कर रहे है। विवादों के बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने यू-टर्न लिया है।
केंद्र सरकार की हां में हां मिलाने वाली छत्तीसगढ़ सरकार अब राज्य में ऑक्सीजन (Oxygen Controversy) की कमी से कोरोना मरीजों की मौतों का ऑडिट कराने की बात कही है। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने शुक्रवार को दी। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र ने उनसे इस तरह का कोई डाटा नहीं मांगा है।
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के बीच आया बयान
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ सरकार का ये बयान ऐसे समय में आया है जब, हाल ही में विपक्षी दलों ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार पर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने गुरुवार को मौतों पर संसद को कथित रूप से गुमराह करने के लिए पवार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जब केंद्र कह रहा है कि ऑक्सीजन (Oxygen Controversy) की कमी से किसी की मौत नहीं हुई, तो वह शायद छत्तीसगढ़ की बात कर रहे हैं, जो अतिरिक्त ऑक्सीजन वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हुई और इसे भुलाया नहीं जा सकता।