रायपुर। इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान लगे आपातकाल की आज 46वीं बरसी है। 1975 में 25 जून को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी। भारत के इतिहास में इस आपातकाल को सबसे बुरे समय के तौर पर याद किया जाता है।
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आपातकाल के दौरान सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने एक आलेख लिखा है। अखबारों में प्रकाशित हुए अपने इस आलेख के मार्फत उन्होंने आपातकाल के दौरान भाजपा नेताओं के संघर्षों, उनके प्रयासों का स्मरण किया है साथ ही उनके योगदान को भी बताया है।
डॉ रमन सिंह ने अपने ट्विटर पर इसे शेयर करते हुए लिखा “कांग्रेस द्वारा 1975 में लगाया गया आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय है। आज के ही दिन रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया। प्रेस, अदालतें, सब खत्म हो गई, गरीबों पर अत्याचार किए गए। अभी हम जिस आजादी में सांसे ले रहे हैं, वह भाजपा के जननायकों की देन है।”
कांग्रेस द्वारा 1975 में लगाया गया आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय है।
आज के ही दिन रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया। प्रेस, अदालतें, सब खत्म हो गई, गरीबों पर अत्याचार किए गए।
अभी हम जिस आजादी में सांसे ले रहे हैं, वह भाजपा के जननायकों की देन है।#DarkDaysOfEmergency pic.twitter.com/3h24uPDjYK
— Dr Raman Singh (@drramansingh) June 25, 2021
अजय चंद्राकर ने भी इमरजेंसी को याद करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा “25 जून 1975, जब सत्ता के अहंकार में डूबी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए संविधान की सारी मर्यादाओं को ताक पर रखकर पूरे देश को आपातकाल की आग में झोंक दिया था। आपातकाल के विरोध में उठे हर आवाज़ को नमन…”
25 जून 1975, जब सत्ता के अहंकार में डूबी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए संविधान की सारी मर्यादाओं को ताक पर रखकर पूरे देश को आपातकाल की आग में झोंक दिया था.
आपातकाल के विरोध में उठे हर आवाज़ को नमन…
"काला दिवस"#DarkDaysOfEmergency pic.twitter.com/2svxdB1y8u— Ajay Chandrakar (@Chandrakar_Ajay) June 25, 2021