महासमुंद। कृषि विभाग के उपसंचालक एस.आर.डोगरे ने जिले के किसानों को कहा कि मोबाइल पर बैंक अधिकारी बन ठगी करने वाले धोखाधड़ी लोगों से कुछ सावधानीं और सतर्क रह कर अपनी मेहनत की कमाई लूटने से बचा सकते है। उन्होंने जानकारी दी कि खातें घर की तरह और पिन नंबर या मोबाइल पर आने वाला वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) तिजोरी की तरह होता है।
जैसे आप किसी को घर या तिजोरी की चाबी नहीं देते, उसी तरह बैंक खाते, पिन व ओटीपी नंबर की जानकारी भी नहीं दें। गोपनीय जानकारी शेयर करने से गाढ़ी कमाई लुट जाएगी। किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत किसानों के खातों में किश्त की राशि अंतरण होती है। इस संबंध में जिले के कुछ कृषकों से शिकायत प्राप्त हुई है कि अलग-अलग नंबरों से कॉल आता है कि वे बैंक खाता, ए.टी.एम. कार्ड एवं सी.व्ही.बी. का नंबर बतायें एवं आने वाले ओ.टी.पी. को बताने पर ही पी.एम. किसान सम्मान निधि में अपडेट किया जायेगा एवं अपडेट के उपरांत ही अगली किश्त उन्हें मिल पायेगी।
परंतु ऐसा अपडेट शासन, विभाग के तरफ से नहीं मांगा जाता है एवं न ही फोन कॉल कृषि विभाग से किया जाता है। उपसंचालक डोगरे ने जिले के किसानों से आग्रह किया कि कि इस तरह के फोन कॉल, एस.एम.एस. से भ्रमित न हो और न ही बैंक खाता, ए.टी.एम. कार्ड एवं सी.व्ही.बी. का नंबर बताये। इस तरह का कोई कॉल आने पर एवं पी.एम. किसान सम्मान निधि में कोई भी त्रुटि सुधार कार्य जैसे बैंक के एकाउंट के सुधार या आई.एफ.एस.सी. कोड सुधार, आधार कार्ड का सुधार, नाम में त्रुटि सुधार एवं नवीन पंजीयन आदि योजना से जुड़े किसी भी कार्य के लिए कृषि विभाग के अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी या विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क करे।