रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में ब्लैक फंगस के खतरों से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है।
इस बीमारी के उपचार के लिए आवश्यक हर जरूरी दवा प्रदेश के हर जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी।
गौरतलब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में ब्लैक फंगस के संक्रमण होने की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए इसके रोकथाम के लिए लगने वाली आवश्यक दवाएं पोसाकोनाजोल एवं एम्फोटेरसिन-बी औषधियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हर जिले में सुनिश्चित करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पहले ही दिए जा चुके है।
जिसके परिपालन छत्तीसगढ़ के खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक द्वारा सभी जिलों में पदस्थ औषधि निरीक्षकों के माध्यम से सभी जिलों में औषधि पोसाकोनाजोल एवं एम्फोटेरेसिन-बी (समस्त डोसेज फाॅर्म, टेबलेट, सीरप, इंजेक्शन एवं लाइपोसोमल इंजेक्शन) की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक द्वारा औषधि निरीक्षकों को यह भी निर्देशित किया गया है, कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र के भीतर समस्त होलसेलर, स्टाॅकिस्ट, सीएंडएफ से उक्त औषधियों की वर्तमान में उपलब्ध मात्रा की जानकारी प्रतिदिन प्राप्त करें और अपने क्षेत्र के सभी औषधि प्रतिष्ठानों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी करें।
ब्लैक फंगस की दवाओं कालाबाज़ारी पर नज़र
ब्लैक फंगस की इन दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है, मगर राजधानी रायपुर में ही दवाओं की उपलब्धता इतनी आसान नहीं है। कई मेडिकल स्टोर और अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद यह दवाई मिल पा रहे है। वही कई स्थानों पर इसकी वेटिंग भी चल रही है, दवा कारोबार से जुड़े लोगों की अगर मानें तो इन दोनों दवाओं की कालाबाजारी भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में प्रशासन इस पर भी नजर बनाए हुए हैं।