महासमुंद। प्रदेश में हाथियों की मौतों के मामलें में वन विभाग लगातार फेलियर साबित हो रहा है। आज भी प्रदेश के महासमुंद जिले में एक हथिनी की मौत हुई है। पिथौरा से 6 किलोमीटर दूर ग्राम किसनपुर के पास एक बांध के नीचे सुबह एक जंगली गर्भवती हथिनी मृत मिली। प्रथम दृष्टया हथिनी की मौत करंट से होना बताया जा रहा है। बहरहाल वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुँच कर जांच पड़ताल कर रही है।
गौरतलब है कि 4 हाथियों का दल कल ही ओडिशा से छत्तीसगढ़ की सीमा में दाखिल हुआ था। महासमुंद जिले के अलग-अलग इलाकों में हाथियों की आमद होती रहती है, जिससे इस क्षेत्र के किसान चिंतित रहते है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह कुछ लोग किशनपुर स्थित बांध में गए थे, तभी उन्होंने हाथी का शव देखा और तत्काल इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग तक पहुचाई।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही रेंजर यु एस बसन्त घटना स्थल पहुँचे। रेंजर बसन्त ने बताया कि कल रात हाथियों का लोकेशन गिरना जंगल में था। रात में ही हाथी जंगलो से होते हुए किशनपुर ग्राम के पास स्थित बांध तक जा पहुचे। जिसमें से एक मादा हाथी की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया तो इस मादा हाथी की मौत करंट से हुई है। बहरहाल घटना का कारण एवम समय जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
खेत में लगे थे बिजली के तार
जिस जगह पर यह घटना हुई है उस खेत का मालिक कीर्तन द्वारा गौरी साहू को अपनी जमीन खेती हेतु किराए पर दिया है। खेत में मूंग और फल्ली लगाई गई है। जिसके किनारे करीब डेढ़ किलोमीटर तक तार का विद्युत प्रवाहित फंदा लगाया गया था।घटना के तत्काल बाद तार निकाल दी गयी परन्तु लकड़ी की खूंटी और शीशी अभी भी हथिनी के पास दिखाई दे रही है।हथिनी के शव के पास टूटी तार एवम शिकार में प्रयुक्त होने वाली खूंटी भी पड़ी है जिससे हाथी का शिकारियों के करंट प्रवाहित तार में ही फसने से मौत हुई तय मानी जा रही है।