स्टॉकहोम/नई दिल्ली। पूरी दुनिया में पिछले 1 साल से कोरोना संक्रमण ने आतंक मचा रखा है। कई देशों की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई, इसके बावजूद दुनियाभर के देशों में हथियार खरीदी की होड़ जारी रही। साल भर में कुल वैश्विक सैन्य खर्च 150 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ गया। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की ताजा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 2019 के मुकाबले 2020 में इसमें 2.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2020 में पांच सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाले देशों में अमेरिका, चीन, भारत, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाला देश है। इस कड़ी में रूस और ब्रिटेन भारत से पीछे हैं।
सैन्य खर्च करने वाले शीर्ष पांच देश-
-अमेरिका-778 अरब डॉलर
-चीन- 252 अरब डॉलर
-भारत-72.9 अरब डॉलर
-रूस- 61.7 अरब डॉलर
-ब्रिटेन- 59.2 अरब डॉलर।
सिपरी की ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया कि पिछले साल सैन्य खर्च पर देशों ने 146 लाख करोड़ रुपए खर्च किए। 2009 की मंदी के बाद यह सबसे बड़ी सालाना बढ़ोतरी है। 2020 में पांच सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाले देशों में अमेरिका, चीन, भारत, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं। इन देशों ने कुल सैन्य खर्च का 62 फीसदी खर्च किया है। इस बीच, चीन ने सैन्य खर्च लगातार 26वें साल बढ़ाया है।
2019 की तुलना में इतना बड़ा भारत का सैन्य खर्च
सिपरी के मुताबिक, भारत का सैन्य खर्च वर्ष 2020 में 2019 की तुलना में 2 फीसद ज्यादा रहा। इसके पीछे भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा विवाद और तनाव हो सकता है। सिपरी के हथियार और सैन्य खर्च कार्यक्रम के शोधकर्ता डॉ. डिएगो लोपेस द सिल्वा के मुताबिक, “ हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि साल 2020 में महामारी का बड़ा असर सैन्य खर्च पर नहीं पड़ा। यह देखने लायक होगा कि क्या देश महामारी के दूसरे साल भी इस तरह से सैन्य खर्च को बनाए रखते हैं।“