बालोद। पूरे विश्व को कोरोना से डरने व संभालने की जरूरत है। अगर किसी व्यक्ति को इसका डर नहीं लग रहा है तो उसके लिए एक बड़ी सिख बालोद जिले के खप्परवाड़ा गांव में देखने को मिली है महज 3 दिन में एक परिवार तबाह हो गया कारण सिर्फ कोरोना महामारी के कारण।
जबकि परिवार उच्च शिक्षित होने के साथ मेडिकल फील्ड से जुड़े थे।पिता कौशल देशमुख बाकायदा सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत थे जबकि पत्नी गृहणी के रूप में कुशल थी जिनकी मौत 11 अप्रैल को हो गया ,उसके बाद किसी को आभास भी नही हो रहा था कि उसका पुत्र सुनील देशमुख जो कि डॉक्टरी पेशे में ही थे अचानक उसकी भी मौत हो जाती है जो कभी दूर्भाग्य है। इस तरह कोरोना महामारी के कारण पूरा का पूरा परिवार महज 3 दिन में खत्म हो गया।