नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने मई में संसद मार्च (Parliament march) की घोषणा की है। मोर्चा की तरफ से ये कहा गया है कि किसानों और मजदूरों के अलावा, महिलाएँ, दलित-आदिवासी-बहुजन, बेरोज़गार युवा और समाज का हर वर्ग संसद मार्च (Parliament march) का हिस्सा बनेगे।
भैयाजी ये भी पढ़े : बड़ी खबर : पूर्व प्रधानमंत्री कोरोना पॉजिटिव, पीएम नरेंद्र मोदी ने…
यह कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा। लोग अपने वाहनों में अपने गाँव से दिल्ली की सीमाओं तक आएंगे। इसके बाद दिल्ली की सीमाओं से एक पैदल मार्च किया जाएगा। आने वाले दिनों में संसद मार्च की सटीक तारीख की घोषणा की जाएगी।
Parliament march के आलावा ये भी
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ज़ारी हुई विज्ञप्ति में ये कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा की आमसभा में निर्णय लिया गया है कि 5 अप्रैल को FCI बचाओ दिवस मनाया जाएगा। इस दिन देशभर में FCI के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा। इसके आलावा 10 अप्रैल को 24 घंटों के लिए केएमपी ब्लॉक किया जाएगा।
भैयाजी ये भी पढ़े : PLISFPI को मिली केंद्रीय कैबिनेट से मंज़ूरी, 10,900 करोड़ रुपए का…
वहीं आंदोलन की रफ़्तार बनाए रखने के लिए सभी किसान संगठन 13 अप्रैल को वैशाखी का त्यौहार दिल्ली की सीमाओं पर मनाया जाएगा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को संविधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा। इसी तरह 1 मई को मजदूर दिवस दिल्ली के बार्डर्स पर मनाया जाएगा।