नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधा दर्जन राज्यों को नए साल की सौगात दी है। देश के छः राज्यों में नए साल पर मोदी ने “लाइट हाउस प्रोजेक्ट” (Light House Project) का शिलान्यास किया।
ये प्रोजेक्ट देश के त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु में शुरू किए गए है। जहाँ आधुनिक तकनीक से बनने वाले गरीबों के ईडब्ल्यूएस मकानों में गुणवत्ता के साथ सुंदरता भी झलकेगी।
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लाइट हाउस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “ये 6 प्रोजेक्ट वाकई लाइट हाउस यानी प्रकाश स्तंभ की तरह हैं।
ये 6 प्रोजेक्ट देश में हाउसिंग कंस्ट्रक्शन को नई दिशा दिखाएंगे। ये “लाइट हाउस प्रोजेक्ट” अब देश के काम करने के तौर-तरीकों का उत्तम उदाहरण है।
हमें इसके पीछे बड़े विजन को भी समझना होगा।
एक समय आवास योजनाएं केंद्र सरकारों की प्राथमिकता में उतनी नहीं थी, जितनी होनी चाहिए। सरकार घर निर्माण की बारिकियों और क्वालिटी में नहीं जाती थी।”
LIVE: PM Shri @narendramodi lays the foundation stone of Light House Projects under GHTC-India. #Housing4All https://t.co/tKHlsQ0P1I
— BJP (@BJP4India) January 1, 2021
उन्होंने कहा कि “”लाइट हाउस प्रोजेक्ट” (Light House Project) आधुनिक तकनीक और इनोवेटिव प्रोसेस से बनेंगे। इसमें कंस्ट्रक्शन का समय कम होगा और गरीबों के लिए ज्यादा affordable और कम्फ़र्टेबल घर तैयार होंगे।
देश में ही आधुनिक हाउसिंग तकनीक से जुड़ी रिसर्च और स्टार्टअप्स को प्रमोट करने के लिए आशा इंडिया प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से भारत में ही 21वीं सदी के घरों के निर्माण की नई और सस्ती तकनीक विकसित की जाएगी।”
Light House Project गरीबों पर फ़ोकस
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि “अब देश का फोकस है गरीब और मध्यम वर्ग की जरूरतों पर। अब देश ने प्राथमिकता दी है शहर में रहने वाले लोगों की संवेदनाओं और उनकी भावनाओं को।
शहर में रहने वाले गरीब हों या मध्यम वर्ग, इन सबका सबसे बड़ा सपना होता है, अपना घर। वो घर जिसमें उनकी खुशियां, सुख-दुख, बच्चों की परवरिश जुड़ी होती हैं। लेकिन बीते वर्षों में लोगों का अपने घर को लेकर भरोसा टूटता जा रहा था।”
उन्होंने कहा कि “घरों की कीमतें इतनी ज्यादा हो गईं थी कि अपने घर का भरोसा टूटने लगा था। एक वजह ये थी कि कानून हमारा साथ देगा या नहीं, हाउसिंग सेक्टर की ये स्थिति थी कि लोगों को शंका थी कि गड़बड़ हो जाने की स्थिति में कानून उनका साथ नहीं देगा।”