दिल्ली / कृषि बिल को लेकर 35 दिन से लगातार आंदोलन कर रहे किसानों का आंदोलन आज समाप्त होने के कगार पर है। जिसे लेकर आज दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व राज्य मंत्री ओमप्रकाश सहित विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि चर्चा करने बैठे हैं।
दिल्ली: विज्ञान भवन में तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक चल रही है। https://t.co/juQ8YBuJ4W pic.twitter.com/1II6QwCh1l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2020
एक तरफ सरकार की ओर से दिए गए बयान में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कृषि कानून किसानों की भलाई के लिए हैं और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आज बातचीत के बाद एक सही रास्ता निकलेगा। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार तीन कृषि कानून के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे किसानों एक कदम भी पीछे हटने तैयार नहीं हैं तो दूसरी तरफ सरकार है जो अपने फैसले पर अडिग दिख रही है।
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तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सिंघु बॉर्डर से रवाना हुआ।
केंद्र सरकार आज प्रदर्शनकारी किसानों के साथ छठे दौर की वार्ता करेगी। pic.twitter.com/yL4nuKXubY
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ऐसे में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बयान दिया है कि आज की वार्ता जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी और दोनों पक्षों के बीच गतिरोध समाप्त हो सकता है वहीं विज्ञान भवन पहुंचने से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि यह वैचारिक क्रांति पूरे देश की आवाज है किसान वापस नहीं लौटेंगे हमारा रुख स्पष्ट है कि तीनों कृषि कानून को वापस लिया जाए तभी हम दिल्ली छोड़ेंगे। प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने कहा कि चर्चा केवल तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के तौर-तरीकों एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने पर ही होगी।