spot_img

चंद लोगो की आमसभा में बदला चेंबर का संविधान, योगेश अग्रवाल ने जताया विरोध

HomeCHHATTISGARHचंद लोगो की आमसभा में बदला चेंबर का संविधान, योगेश अग्रवाल ने...

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कामर्स की हाल ही में एक आमसभा बुलाई गई थी, जिसमें चेंबर के संविधान का संशोधन किया गया। अब इस संशोधन और लेकर चेंबर से जुड़े कारोबारियों ने विरोध जताया है। दरअसल 27 अप्रैल 2024 को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के वर्तमान पदाधिकारियों ने एक आम सभा आहूत की थी।

ये ख़बर भी देखें : भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने शेयर की शॉवर लेते हुए तस्वीरें…

इस आमसभा का मुख्य बिंदु “अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष के चुनाव लड़ने की सीमा का संशोधन करना था।” वर्तमान पदाधिकारियों द्वारा किए गए इस संशोधन अब उक्त पदों पर कोई भी सदस्य कितनी बार भी चुनाव लड़ सकता है। जिसका विरोध छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के भूतपूर्व चेयरमैन योगेश अग्रवाल ने किया है।

योगेश अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि “छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संविधान में इतना बड़ा संशोधन कर उसे चंद लोगों की मौजूदगी में पास कर दिया गया। आम सभा भी ऐसे स्थान पर आहूत की गई जहाँ 200 लोगों की बैठने की भी व्यस्था संभव नही है।”

योगेश ने वर्तमान अध्यक्ष अमर पारवानी पर सीधे हमला बोलते हुए कहा कि “आप के द्वारा 25000 व्यापारियों गुमराह किया गया है। मैं पिछले 30 सालों से चैंबर की अनेकों पद पर कार्य कर चुका हूं, 3 वर्ष पूर्व मेरे द्वारा अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ा गया था।

वर्तमान अध्यक्ष ने चेंबर में जो आमसभा बुलाई उसका मुझे कोई सुचना किसी भी मार्फ़त से नहीं मिली। यहां तक की मेरे साथियों जो एकता पेनल से पूरे प्रदेश में उपाध्यक्ष और मंत्री के रुप में निर्वाचित हुए है, उन्हें भी पुरे कार्यकाल में दरकिनार किया गया।

उन्हें चेंबर के किसी भी कार्यक्रम में नही बुलाया गया, बल्कि वर्तमान अध्यक्ष ने उनके और उन्हें निर्वाचित करने वाले सदस्यों के सम्मान को दरकिनार कर, उनके ऊपर अपने पेनल के लोगों को उनसे बड़े पद पर मनोनित कर एक नई बॉडी बना दिया।

ये ख़बर भी देखें : मेडिकल कॉलेज में लगी आग, करीब 40 मरीज को शिफ़्ट कर…

योगेश ने कहा कि आज वर्तमान अध्यक्ष एकता पेनल के पदाधिकारी के पास आकर उनसे आमसभा और उसमें हुए संसोधन संबंधी पत्र में स्वीकृति मांग रहे हैं। यह पूरी तरह से फर्जीवाड़ा हैं। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के 60 साल के इतिहास में ये पहली बार है कि लोकतंत्र की हत्या की गई है। उन्होंने इस आम सभा का पुरज़ोर विरोध किया।