रायपुर। प्रदेश में HIV पीडि़तों की संख्या में 17 महीनों में 14 प्रतिशत इजाफा हुआ है। विश्व एड्स दिवस पर विभाग से जारी यह आंकड़ा चौकाने वाला है। प्रदेश में एड्स पीडि़तों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मरीजों की जांच, काउंसिलिंग और इलाज के लिए तीन नए एंटी रेट्रोवायरल थैरेपी सेंटर (एआरटी) खोलने की तैयारी कर ली है।
नए सेंटर रायगढ़, राजनांदगांव मेडिकल कालेज और कोरबा जिला अस्पताल में खोले जाएंगे। वर्तमान में प्रदेश में 5 एआरटी सेंटर हैं। इसमें सरगुजा, रायपुर, जगदलपुर, बिलासपुर के चार मेडिकल कालेजों में और एक दुर्ग जिला अस्पताल में संचालित हो रहा है। वहीं राज्य में 25 नए स्वैच्छिक परामर्श व जांच केंद्र (आइसीटीसी) खुलने के बाद राज्य में इसकी संख्या 150 है।
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62 हजार 314 लोगों की जांच, 1 हजार 160 मिले संक्रमित
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कोरोना काल के बीच अप्रैल से अक्टूबर 2020 तक चार लाख 62 हजार 394 एचआइवी सैंपल की जांच में 1,160 संक्रमित सामने आए हैं। 2019 से अक्टूबर 2020 तक 4,504 मरीज मिले हैं। 2003 से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 35,700 एचआइवी पाजीटिव हैं, जिन्हें केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क काउंसिलिंग, जांच और इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
HIV के लक्षण
लंबे समय तक खांसी, सांस फूलना, कमजोरी, सिर, मांसपेशियों में दर्द, सोते समय पसीना आना, तेजी से वजन घटना, लगातार दस्त, मुंह में छाले आदि। बचाव के लिए सुरक्षित यौन संबंध, किसी भी स्थिति में उपयोग हुए इंजेक्शन, सिरिंज का उपयोग न करें। साथ ही अन्य जरूरी सावधानियां अपनाएं।
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इन जिलों में सर्वाधिक कोरोना मरीज
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त परियोजना अधिकारी एस.के.बिझवार ने बताया कि प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बस्तर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज है। वहीं मुंगेली, बलरामपुर, सूरजपुर, सुकमा और बीजापुर में संक्रमितों की संख्या 30 से ज्यादा नहीं है। विभागीय आंकड़ों की मानें तो जितने भी केस आए है, उनमे से ८५ प्रतिशत असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एड्स की चपेट में आए है।