रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में आज शून्यकाल में जमकर हंगामा हुआ। ये हंगामा तेंदूपत्ता संग्राहकों से जुड़े स्थगन प्रस्ताव पर हुआ। दरअसल बुधवार को भाजपा के तमाम विधायकों ने तेंदूपत्ता संग्राहकों की समस्याओं पर विधानसभा के भीतर एक स्थगन प्रस्ताव लेकर पहुँची।
जिसे आसंदी ने चर्चा योग्य नहीं मानकर अग्राह्य कर दिया। आसंदी की ओर से स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य किए जाने पर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई।
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शून्यकाल में तेंदूपत्ता संग्राहकों का मुद्दा उठाया। उन्होेंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिलने वाली चरण पादुका, संग्राहकों को मिलने वाली राशि पर भी नजर होने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कहा कि तेंदूपत्ते पारिश्रमिक पिछले चार में कम हुआ है।