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हर जनपद के दस गांव को मॉडल बनाने चलेगा अभियान

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दुर्ग। जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रिवेन्द्र यादव की अध्यक्षता में कार्यशाला (DURG NEWS) का आयोजन जिपं सभागार में किया गया। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य कर रहे 10 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने प्रशिक्षण में भाग लिया और अनुभव साझा किया। ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम की ओर पहला कदम रखने जा रहे ग्राम पंचायत कुथरेल, पाउवारा व तर्रा ग्राम पंचायत को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

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स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण में जिले को द्वितीय स्थान प्राप्त होने पर आभार व्यक्त किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रथम चरण में प्रत्येक जनपद पंचायत के 10-10 ग्राम पंचायत को मॉडल ग्राम बनाने की तैयारी की जा रही है। जिन ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना का क्रियान्वन प्रारंभ (DURG NEWS)  किया जा चुका है, उन ग्राम पंचायतों में अपशिष्ट जल के घर से निकलने की मात्रा भी बढ़ती जा रही है। जिसके चलते स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ग्रामीण योजना अंतर्गत तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जाएगा। जिससे सार्वजनिक स्थानों पर बहने वाले अपशिष्ट जल का सुरक्षित निपटान किया जा सके। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं जल जीवन मिशन के संयुक्त ₹ियान्वयन से ग्राम को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन में मॉडल बनाने का प्रयास किया जाएगा।

ये शामिल रहे प्रशिक्षण में

प्रशिक्षण में वामन साहू सरपंच पाउवारा, लोमेश चंद्राकर उपसरपंच कुथरेल, चंद्रिका प्रसाद सरपंच पथरिया, उत्तम कुमार साहू, पोटिया, भोजप्रताप ध्रुव कपसदा, नागेश कुमार चंद्रवंशी मुर्रा, गोपेश साहू पतोरा, योगेश चंद्राकर तर्रा, लोकश्वर साहू घुघवा क, भुषण सोनवानी चुनकट्टा, सुरेश कापसे, स्वाती शेरपा, मनोज बनिक, निक्की सोनी, हेमा देवांगन शामिल थे।

तकनीकी इकाईयों की दी जानकारी

प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों (DURG NEWS)  को सचिन ताजने द्वारा तरल अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत मल जल प्रबंधन एवं गंदे जल के प्रबंधन के लिए बनाए जाने वाले तकनीकी इकाइयों के निर्माण की जानकारी दी गई। सौरभ कुमार, जिला समन्वयक, वाटर एड इंडिया ने स्वच्छता के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। अंशुल मेश्राम, युनिसेफ के द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत पेयजल की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी।